कुमार इन्दर, जबलपुर। मध्य प्रदेश में बीते दिनों से जूनियर डॉक्टर्स की अपनी मांगों को लेकर हड़ताल जारी है. अब हाईकोर्ट में इसे लेकर एक याचिका दाखिल की गई है, जिससे जूनियर डॉक्टर्स की परेशानी बढ़ सकती है. दरअसल हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद जूनियर डॉक्टर्स काम पर नहीं लौटे थे. जिसके चलते अब कोर्ट में अवमानना की याचिका दायर की गई है. जिस पर आज यानी सोमवार को सुनवाई होनी है.

इसे भी पढ़ें ः BREAKING: MP में किसानों को मनाने के लिए सरकार बनाएगी ‘किसान मित्र’, सरकार की योजनाओं का करेंगे गुणगान

बता दें कि प्रदेश में जूनियर डॉक्टर्स (जूडा) की हड़ताल के विरोध में बीते दिनों हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. जिस पर 4 जून को सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल को अवैध बताते हुए नाराजगी जाहिर की थी. साथ ही कोर्ट ने आदेश दिया था कि जूडा अगले 24 घंटे के भीतर अपनी हड़ताल खत्म करे और काम पर लौटे. हालांकि जूडा ने हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद भी अपनी हड़ताल खत्म नहीं की. इसी मामले में आज मामले में सरकार वर्क रिपोर्ट कोर्ट को बताएगी.

इसे भी पढ़ें ः पुराने विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष, घटना में हुई 1 की मौत, आधा दर्जन लोग घायल

दरअसल जबलपुर के समाजसेवी डॉ एम ए खान की तरफ से हाईकोर्ट में एक अवमानना याचिका दायर की गई है. याचिका में कहा गया है हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद भी जूनियर डॉक्टर्स ने अपनी हड़ताल खत्म नहीं की जो कोर्ट के आदेशों की अवमानना है. जूनियर डॉक्टर्स अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं लेकिन आम जनता की परेशानियों को नजरअंदाज कर रहे हैं. हड़ताल के चलते मध्य प्रदेश के हजारों मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना संकटकाल में जब डॉक्टरों की सबसे ज्यादा जरूरत है तब जूनियर डॉक्टर अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं.

इसे भी पढ़ें ः MP में Amphotericin-B इंजेक्शन लगाने के बाद बिगड़ी मरीजों की तबियत, कांग्रेस ने की जांच की मांग

याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में मांग की है कि जूनियर डॉक्टर जल्द ही अपने काम पर वापस लौटे ताकि मरीजों को राहत मिल सके.  याचिका में यह भी मांग की गई है कि जूनियर डॉक्टरों ने हाईकोर्ट के आदेशों की अवमानना की है. लिहाज़ा डॉक्टरों पर अवमानना का मामला भी चलाया जाए. जूनियर डॉक्टर के खिलाफ दायर अवमानना याचिका पर आज यानी सोमवार को सुनवाई हो सकती है.

इसे भी पढ़ें ः कोरोना को लेकर राहत भरी खबर, मप्र बीते एक सप्ताह से ग्रीन जोन में पहंचा, पॉजिटिविटी दर 1% से भी कम