बरगढ़. ओडिशा के बरगढ़ जिले के गैसिलेट ब्लॉक में जूनियर इंजीनियर (JE) SUSMITA ORAM को आज ओडिशा विजिलेंस ने 8,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. सुस्मिता, जो जनवरी 2024 में सरकारी सेवा में शामिल हुई थीं, ने एक ठेकेदार से MGNREGS के तहत सड़क सुधार कार्य से संबंधित लंबित बिलों को पास करने के लिए कुल 32,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी. यह 8,000 रुपये की राशि उनकी मांग का अंतिम हिस्सा थी.

विजिलेंस अधिकारियों के अनुसार, 9.5 लाख रुपये की अनुमानित लागत वाले इस प्रोजेक्ट के तहत 3.15 लाख रुपये के बिल पहले ही भुगतान किए जा चुके थे. सुस्मिता ने भुगतान किए गए बिल की राशि का 10% रिश्वत के रूप में मांगा था. ठेकेदार से पहले 24,000 रुपये लेने के बाद, वह शेष 8,000 रुपये की मांग कर रही थीं. ठेकेदार ने रिश्वत के लिए बार-बार परेशान किए जाने की शिकायत विजिलेंस से की, जिसके बाद विजिलेंस ने जाल बिछाकर सुस्मिता को आज रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया.

SUSMITA ORAM के कब्जे से पूरी रिश्वत की राशि बरामद कर ली गई है. विजिलेंस ने उनके खिलाफ संपत्ति अर्जन (DA) के दृष्टिकोण से उनके दो ठिकानों पर तलाशी शुरू की है. इस मामले में संबलपुर विजिलेंस पुलिस स्टेशन में 9 जून 2025 को भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है. जांच जारी है.

उल्लेखनीय है कि सुस्मिता ओरम ने 10 जनवरी 2024 को DRDA, बरगढ़ के तहत जूनियर इंजीनियर के रूप में सरकारी सेवा में प्रवेश किया था और 29 जनवरी 2024 को गैसिलेट ब्लॉक में अपनी पहली तैनाती पर ज्वाईंन थीं.