रवि शुक्ला,मुंगेली. जिला मुख्यालय से महज 4 किमी दूर बसा नवागांव जहां लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. इस गांव के मुख्यमार्ग में फैला कीचड़ प्रदेश सरकार के विकास के दावों की पोल खोल रहा है. इस गांव के लोग हर चुनाव में अपने मतदाता होने का फर्ज निभाते रहे है. लेकिन जिन नेताओं ने इनको विकास के सुनहरे सपने दिखाकर वोट लिए है वो सत्ता में काबिज होते ही सबसे पहले इन्हें ही भूले है. इतना ही नहीं इनके द्वारा जिला प्रशासन से भी बदहाल हो चुके सड़क को दुरुस्त करने के लिए निवेदन और आवेदन किये, लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इनके समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया. ग्रामीणों को हो रही है परेशानी को देखते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि सड़क बनाओ नहीं तो आंदोलन करेंगे.

जिसके चलते यहां के रहवासी नारकीय जीवन जीने मजबूर है बरसात के दिनों में इनका गांव जिला मुख्यालय से कट जाता है. शहर जाने के लिए बना मुख्यमार्ग में कीचड़ ही कीचड़ नजर आता है. जिसके कारण ग्रामीणों को आने जाने में भारी परेशानी उठानी पड़ती है. ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गांव में अगर कोई बीमार पड़ जाए तो हमारे गांव तक एम्बुलेंस भी नहीं पहुंच सकता है. जिसके चलते बीमार व्यक्ति की इलाज के अभाव में मौत हो जाती है.

इन सब समस्याओं को देखते हुए कई बार सम्बंधित विभाग और जिला प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन किसी के द्वारा भी समस्याओं के समाधान के लिए कोई भी पहल नहीं किया गया है. वहीं जब हमने इस बारे में सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से संपर्क करना चाहा तो उनके द्वारा कुछ भी कहने से इनकार कर दिया गया.

वहीं इस बारे में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष आत्मा सिंह क्षत्रिय ने कहा कि प्रदेश सरकार के द्वारा विकास के बड़े बड़े दावे किया जाता है. लेकिन इनके विकास के दावों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है. इस गांव की सड़क सीधे तौर पर शासन और प्रशासन की नाकामियों का एक साबूत है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन से ग्रामीणों की समस्याओं को दूर करने की मांग करते है. यदि ऐसा नहीं हुआ तो जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीणों को मूलभूत सुविधा दिलाने उग्र आंदोलन करने बाध्य हो जाएंगे.