Indigo Salary Hike. भारत की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन इंडिगो ने अपने पायलटों और केबिन क्रू की सैलरी में बढ़ोतरी की है. एयरलाइन ने कहा है कि क्रू की सैलरी में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की जा रही है. इसके साथ ही पायलटों को हर महीने न्यूनतम 70 घंटे का वेतन मिलेगा. यह बढ़ोतरी 1 अक्टूबर से प्रभावी होगी. बता दें कि पिछले साल इंडिगो ने दो किस्तों में सैलरी में 10 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी की थी.

इंडिगो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशीम मित्रा ने कहा कि हम पिछली तिमाहियों में लाभदायक प्रदर्शन के साथ कोविड के दौरान हुए कुछ नुकसान की आंशिक रूप से भरपाई करने में कामयाब रहे हैं. हम उच्च वेतन संशोधन पर काम कर रहे हैं. इसलिए हमने अपने सभी लाइन रिलीज पायलटों के लिए वेतन वृद्धि लागू की है. सूत्रों ने बताया कि सैलरी में औसत बढ़ोतरी 10 फीसदी से ज्यादा है.

भारत के घरेलू बाजार में 60% से ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाली इंडिगो ने अप्रैल-जून अवधि में 3,090 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया है. यह एयरलाइन का सबसे अधिक तिमाही मुनाफा था. कंपनी ने 70 घंटे का निश्चित वेतन भी रखा है, जिसका मतलब है कि पायलटों को न्यूनतम 70 घंटे का वेतन दिया जाएगा. निर्धारित घंटों के अलावा, पायलटों को ओवरटाइम के लिए भी भुगतान मिलता है.

एयर इंडिया और अकासा एयर जैसे इंडिगो के प्रतिस्पर्धियों ने अपने पायलटों का वेतन 40 घंटे तय किया है. यह अक्सर विवाद का विषय होता है क्योंकि पायलटों का कहना है कि उनकी कमाई एयरलाइन की उड़ानों की संख्या पर निर्भर करती है.

रिकॉर्ड विमान ऑर्डर के बाद वरिष्ठ कैप्टनों और प्रशिक्षकों को खोजने और बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही एयरलाइनों के बीच इंडिगो के वेतन में बढ़ोतरी हुई है. छह महीने की नोटिस अवधि पूरी किए बिना अकासा एयर के 43 पायलटों के एयरलाइन छोड़ने से विवाद की स्थिति बन गई है. एयरलाइन को एक महीने में दो बार वेतन बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. वहीं, एयर इंडिया ने अप्रैल में सैलरी में 20 फीसदी का इजाफा किया है.

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