पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़ी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को सोमवार (25 अगस्त) को हिसार कोर्ट में पेश किया गया। वह 95 दिन बाद जेल से बाहर आकर कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश हुई। ये उसकी 10वीं पेशी थी। कोर्ट से लौटते वक्त उसने हाथ हिलाया। इससे पहले वह 22 मई को व्यक्तिगत रूप से पेश हुई थी।

वहीं, ज्योति के वकील कुमार मुकेश को उम्मीद थी कि सोमवार को चार्जशीट मिल जाएगी। लेकिन उन्हें चार्जशीट नहीं मिली। पुलिस ने कोर्ट में दलील दी कि चार्जशीट के कुछ पन्ने सार्वजनिक नहीं किए जा सकते हैं। इसलिए चार्जशीट नहीं दी जा सकती है। मुकेश ने कहा कि इसके लिए वह कोर्ट में याचिका दायर करेंगे। अब अगली पेशी 3 सितंबर को होगी।

बता दें कि 90 दिन की जांच के बाद पुलिस ने 14 अगस्त को 2500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें आरोप लगाया गया है कि ज्योति लगातार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारियों और एजेंटों के संपर्क में थी। वह भारत की संवेदनशील जगहों के वीडियो बनाकर उन्हें पाकिस्तानी एजेंटों को शेयर करती रही।

उसे 15 मई को हिसार पुलिस ने घर से गिरफ्तार किया था। सिविल लाइन थाने में ज्योति पर कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज है। ज्योति के वकील कुमार मुकेश का कहना है कि चार्जशीट पढ़ने के बाद वे कोर्ट में जमानत याचिका लगाएंगे।

चार्जशीट को लेकर 5 अहम खुलासे हुए..

सवालों के सीधे जवाब नहीं देती, डेटा डिलीट किया: चार्जशीट को लेकर जांच का हिस्सा रहे एक अधिकारी ने बताया कि ज्योति काफी शातिर है और वह सवालों के सीधे जवाब नहीं देती। यहां तक कि गिरफ्तारी का उसे पहले ही आभास हो गया था, इसलिए उसने कुछ डेटा डिलीट कर दिया था।

भागने से पहले पकड़ी गई ज्योति मल्होत्रा: गिरफ्तार होने की सूचना उसको पाकिस्तानी एजेंटों ने ही पहुंचाई। इस सूचना के मिलते ही वह भागने की तैयारी कर थी, लेकिन इससे पहले ही सुरक्षा एजेंसियों ने उसे पकड़ लिया। ज्योति ने जो डेटा डिलीट किया, उसमें से कुछ रिकवर कर लिया गया है, लेकिन कुछ रिकवर होना बाकी है।

राजस्थान में आर्मी कैंप के वीडियो भी पहुंचाए: ज्योति ने न केवल कश्मीर डैम के वीडियो बनाए बल्कि राजस्थान के बॉर्डर एरिया में जाकर सैन्य शिविरों के भी वीडियो पाकिस्तानी एजेंटों तक पहुंचाए। वह लगातार पाकिस्तानी एजेंटों से बातचीत करती थी।

इंडियन ट्रैवल एडवाइजरी का उल्लंघन किया: पुलिस का दावा है कि ज्योति को पाकिस्तान यात्रा से पहले ही ट्रैवल एडवाइजरी बता दी गई थी। इसके बावजूद ज्योति ने उसका उल्लंघन किया। पाकिस्तानी एजेंटों से नंबर शेयर किए। उनसे मीटिंग भी की।

पाकिस्तानी एजेंटों से लगातार टच में थी ज्योति: पुलिस का दावा है कि ज्योति के मोबाइल फोन से पाकिस्तान उच्चायोग के अफसर एहसान-उर-रहीम दानिश अली के साथ व्यापक बातचीत का पता चला है। इसके अलावा आईएसआई के गुर्गे शाकिर, हसन अली और नासिर ढिल्लों के साथ नियमित संपर्क का भी पता चला है।

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