शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के चेहरे को बदले जाने की लगातार चल रही अटकलों के बीच बीजेपी नेताओं के लगातार बयान भी आ रहे हैं। बीजेपी नेताओं के साथ ही भोपाल के दौरे पर पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी साफ कर दिया है कि मध्य प्रदेश में फिलहाल नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा। लेकिन इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बड़े सवाल को भी जन्म दे दिया है।

दो साल बाद साल 2023 में मध्य प्रदेश के भीतर बीजेपी किसके चेहरे पर चुनाव लड़ेगी ? वो चेहरा शिवराज सिंह चौहान होंगे या फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया। यह सवाल इसलिए खड़े हो रहे हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साल 2023 में शिवराज के नेतृत्व में बीजेपी के चुनाव लड़ने के सवाल को टाल दिया। इस सवाल को टाले जाने से एक सवाल जरुर उठता है कि क्या बीजेपी में सबकुछ ठीक है ? क्या ‘शिव’ का यह आखरी ‘राज’ है ? पार्टी के अंदरखाने क्या चेहरा बदले जाने की मांग उठ रही है ? या फिर, सिंधिया ही होंगे मध्य प्रदेश में बीजेपी के भीतर नए ‘महाराज’ ?

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इससे पहले सिंधिया ने बीजेपी के अंदर पिछले कुछ हफ्तों से नेताओं की बंद कमरे की सियासत पर कहा कि बैठकों का दौर चलता रहता है। इस को तूल नहीं देना चाहिए। आज मैं भी सभी नेताओं से मुलाकात करूंगा। नेतृत्व परिवर्तन का कोई सवाल नहीं है। अंत में ज्योतिरादित्य ने प्रदेश वासियों से वैक्सीन लगवाने की अपील की। हालांकि ‘2023’ के सवाल को वो टाल गए।

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