प्रदीप गुप्ता, कबीरधाम। गरीब बच्चों को आईआईटी की प्रवेश परीक्षा पास कराने के लिए बिहार का सुपर-30 प्रसिद्ध है. उसी तरीके का कार्य छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में हुआ है. यहां सेना और पुलिस में भर्ती होकर देश सेवा का सपना देखने वाले युवाओं के सपने को पंख देने के लिए फोर्स एकेडमी 500 की स्थापना की गई है. एकडमी में युवाओं को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है.

पुलिस विभाग की इस पहल से अब तक 400 से ज्यादा युवा पुलिस व अर्ध सैनिक बल में नौकरी हासिल कर चुके हैं. वहीं इस साल पुलिस आरक्षक भर्ती में फोर्स एकेडमी कबीरधाम से ट्रेंनिंग करने वाले 1500 से ज्यादा युवाओं ने पुलिस आरक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा दिए थे, जिसमें 300 से ज्यादा युवा चयनित हुए है. यह मिशन जिले के युवाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है.

एकेडमी से पहले एएसआई वसीम रजक कुरैसी शहर के आउटडोर स्टेडियम में युवाओं को प्रशिक्षण देते थे. संसाधन की कमी के चलते कम बच्चे ही फोर्स की तैयारी करते थे. वहीं जब कबीरधाम जिले में नए एसपी डॉ लाल उमेद सिंह पहुंचे तो उनकी पहल से 20018-19 में युवक-युवतियों के लिए फोर्स एकेडमी पुलिस विभाग की तरफ से बनाई गई, जिसमें रहने व खाने, फोर्स की तैयारी व सभी विषयों पर निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की गई. तात्कालीन एसपी की इस परिकल्पना के बदौलता आज प्रदेश भर के युवक-युवतियां कबीरधाम जिले में फोर्स की तैयारी कर रहे हैं.

जिला पुलिस के इस मिशन 500 से अब तक 400 से अधिक युवक सीआरपीएफ, आर्मी, सीएएफ, वन विभाग, एयरफोर्स में भर्ती हो चुके हैं. इस मिशन के तहत सुबह-शाम के समय चयनित युवकों को शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता है. वहीं दो अलग-अलग पालियों में सामान्य ज्ञान की कोचिंग भी दी जाती है. इसके लिए शहर के ही आउटडोर स्टेडियम में शारीरिक रूप से तैयारी कराई जा रही है. साथ ही कोचिंग भी नि:शुल्क दिया जाता है. कोचिंग में अलग-अलग विषयों के विशेषज्ञों की टीम के द्वारा क्लास लिया जाता है. साथ ही समय-समय पर जिले में पीएससी व यूपीएससी से चयनित अधिकारी भी पहुंचकर कोचिंग में समय देते हैं. इस वक्त फोर्स की ट्रेनिंग वसीम कुरैसी, अंकिता गुप्ता और दशरथ साहू करा रहे हैं.

नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं को हुआ लाभ

पुलिस विभाग की मिशन 500 का सबसे ज्यादा लाभ जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं को हो रहा है, क्योंकि पढे़-लिखे होने के बाद भी नौकरी के लिए भटकना पड़ता था. साथ ही कैसे तैयारी करें इस पर भी चिंता सताती रहती थी. साल भर नक्सल प्रभावित इलाके के युवाओं को नि:शुल्क शारीरिक व लिखित परीक्षा का प्रशिक्षण दिया, ताकि वनांचल के युवा पुलिस सेवा से जुड़ सकें.

500 लक्ष्य पूरा होने के बाद भी फोर्स एकेडमी नहीं होगा बंद- आईपीएस लाल उमेद

कबीरधाम जिले के पूर्व एसपी डॉ.लाल उमेद सिंह का कहना है कि पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में अभियान के तहत “फोर्स एकेडमी’ (मिशन 500) का गठन कर फ्री कोचिंग चलाया जा रहा है. यानी इसके पीछे 500 युवक-युवतियों को शासकीय सेवा (विशेष तौर पर यूनिफार्म फ़ोर्स ) में लगाया जाए. अब तक के 500 से ज्यादा लोगों को शासकीय नौकरी लगा चुके है या उसके लिए चयनित हुए हैं. कोचिंग में मुख्य फोकस जिले के वनांचल इलाके के बच्चों पर किया गया, लेकिन जिले के अन्य क्षेत्र के लोग एवं कुछ अन्य जिले के लोग भी शामिल हुए, जिन्हें समग्र रूप से कोचिंग दे रहे है. कोचिंग के तहत इंडोर में या आउटडोर ग्रांउड में सभी बच्चों को फोर्स की तैयारी करा रहे हैं. मिशन 500 का लक्ष्य पूरा हो जाने के बाद भी यह प्रक्रिया जारी रहेगी.

डॉ उमेद सिंह ने इस अभियान के लिए प्रमुख रूप से डीजीपी डीएम अवस्थी, सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों एवं फ़ोर्स एकेडमी से जुड़े लोगों को उनके योगदान के लिए बधाई और आभार व्यक्त किया है.