कवर्धा. उप मुख्यमंत्री एवं पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री विजय शर्मा के लगातार प्रयासों का सुखद परिणाम कबीरधाम जिले को मिलने लगा है। ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की ओर से संचालित महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के क्रियान्वयन में कबीरधाम जिले ने पूरे प्रदेश में फिर से अपना परचम लहराया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में सर्वाधिक परिवारों को रोजगार देने, सर्वाधिक मानव दिवस का रोजगार सृजन करने, सर्वाधिक दिव्यांगों को रोजगार देने एवं सर्वाधिक महिलाओं को रोजगार देने जैसे अनेक पैरामीटरों पर कबीरधाम ने प्रदेश के बाकी जिलों से आगे निकलते हुए यह उपलब्धि हासिल की है।

उल्लेखनीय है कि उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा लगातार विभागीय योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं, जिसके फलस्वरूप समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्तियों को शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं। ग्रामीण अंचलों में रोजगार देने का सिलसिला वनांचल क्षेत्र से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक लगातार जारी रहा. सालभर ग्रामीणों को पर्याप्त मात्रा में रोजगार के साधन गांव में ही प्राप्त हुए।

पैरामीटर्स जिसमें कबीरधाम जिला प्रदेश में अव्वल

सर्वाधिक मानव दिवस रोजगार का सृजन

वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिले का कुल लक्ष्य 67 लाख 13 हजार 930 मानव दिवस था, जिसके विरुद्ध 77 लाख 11 हजार 431 मानव दिवस रोजगार का सृजन किया गया, जो लक्ष्य का 114.86% है। इस तरह कबीरधाम जिला प्रदेश के बाकी जिलों को पीछे छोड़ते हुए राज्य में प्रथम पायदान पर है।

सर्वाधिक ग्रामीण परिवारों को रोजगार

जिले के 1 लाख 42 हजार 988 पंजीकृत ग्रामीण परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराया गया, जो प्रदेश में सर्वाधिक है।

सर्वाधिक मजदूरों को कार्य

प्रदेश में सबसे ज्यादा कबीरधाम जिले के 300226 पंजीकृत ग्रामीण श्रमिकों को महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत रोजगार दिया गया. सर्वाधिक दिव्यांग व्यक्तियों को रोजगार मिला. कबीरधाम जिले में हर हाथ को कम काम का वाजिब दाम के कहावत को चरितार्थ करते हुए कुल 3017 दिव्यांग व्यक्तियों को कुल 79 हजार 978 मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया.

जिले की आधी आबादी (महिलाओं) को मिला सर्वाधिक रोजगार

कबीरधाम जिले के ग्रामीण अंचलों की आधी आबादी (मातृशक्ति ग्रामीण महिलाओं) को कुल 1 लाख 49 हजार 370 महिलाओं को रोजगार मिला। जिसमे 38 लाख 64 हजार 989 मानव दिवस का रोजगार प्रदान किया गया जो कि प्रदेश में सर्वाधिक है।

सर्वाधिक मजदूरी भुगतान पाकर आर्थिक रूप से लाभान्वित हुए ग्रामीण

कबीरधाम जिले के महात्मा गांधी नरेगा योजना के श्रमिकों को 141 करोड़ 29 लाख 98 हजार रुपए का मजदूरी भुगतान उनके बैंक खातों में सीधे जारी किया गया है। सर्वाधिक मजदूरी भुगतान करने में कबीरधाम जिला पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर है।

ग्रामीणों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रहा मनरेगा : कलेक्टर

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के संबंध में चर्चा करते हुए कलेक्टर कबीरधाम गोपाल वर्मा ने बताया कि ग्रामीण अंचलों में होने वाले कार्यों की पहचान पहले से करते हुए समय पर कार्य स्वीकृत किए गए। ग्रामीणों की मांग पर उन्हें रोजगार प्रदान किया गया और अनेक प्रकार के कार्य होने से ग्रामीण क्षेत्रों में परिसंपत्तियों का निर्माण हुआ। बड़ी मात्रा में मजदूरी भुगतान के माध्यम से ग्रामीणों को आर्थिक लाभ हुआ, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में सहायक है।

रोजगार एवं परिसंपत्तियों का निर्माण एक साथ : सीईओ

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कबीरधाम अजय कुमार त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि अमृत सरोवर निर्माण, डबरी निर्माण, नया तालाब निर्माण, नाली निर्माण, पहुंच मार्ग, पशु शेड के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में मजदूरी का कार्य एवं स्वच्छ भारत मिशन के तहत अभिसरण जैसे अनेक कार्य इस योजना मे हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका संवर्धन के लिए सामुदायिक एवं हितग्राही मूलक कार्यों भी हो रहे हैं। ज्ञात हो कि ग्रामीण विकास मे महात्मा गांधी नरेगा योजना की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। कबीरधाम जिला इस योजना के क्रियान्वयन में लंबे समय से अग्रणी बना हुआ है। अधोसंरचना विकास के साथ आजीविका संवर्धन के लिए इस योजना से अनेकों कार्य हो रहे हैं।

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