भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैन में मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के शुद्धिकरण और प्रदूषित जल को रोकने की मांग को लेकर साधु- संत समाज ने आंदोलन का शंखनाद किया है. पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि मैं शिवराज सरकार से मांग करता हूँ कि सरकार साधु-संत समाज की इस मांग पर त्वरित निर्णय लेते हुए शिप्रा नदी शुद्धिकरण की विस्तृत ठोस कार्ययोजना बनाए. क्योंकि यह लोगों की आस्था का प्रश्न है. सभी चाहते है कि मोक्षदायिनी शिप्रा नदी का जल निर्मल, स्वच्छ और सदा प्रवाहमान रहे.
प्रदेश के उज्जैन में मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के शुद्धिकरण की व इसमें शामिल हो रहे प्रदूषित जल को रोकने की माँग को लेकर साधु- संत समाज ने आंदोलन का शंखनाद किया है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 10, 2021
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि मैं देश भर के किसान भाइयों को बधाई देता हूँ कि उनके 378 दिन के संघर्ष की जीत का दिन परिणाम के रूप में आख़िर सामने आ ही गया. इन 378 दिनो में हमारे अन्नदाता किसान भाइयों ने कई पीड़ाएँ सही, कई कष्ट भोगे, भारी बारिश, कंपकंपाती ठंड में भी उनके हौसले नहीं डिगे. पानी की तेज बौछारों में भी वे नहीं भीगे, कँटीली तारो, नुकीली किलो, गड्डों से भी वो पस्त नहीं हुए, उनके हौसलों ने एक अहंकारी सरकार को आख़िर झुका ही दिया. हमारे किसान भाइयों की फ़तेह हुई.
मै देश भर के किसान भाइयों को बधाई देता हूँ कि उनके 378 दिन के संघर्ष की जीत का दिन परिणाम के रूप में आख़िर सामने आ ही गया।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 10, 2021
बस इस बात का अफ़सोस हमेशा रहेगा कि किसानो के हित में सरकार यह फ़ैसला शुरू में ही ले लेती. अपनी ज़िद छोड़ देती तो सैकड़ों किसानों की शहादत को रोका जा सकता था. किसानों के हर संघर्ष में कांग्रेस उनके साथ सदैव खड़ी है.
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