राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है। इन सबके बीच निजी अस्पतालों और डायग्नोस्टिक सेंटरों द्वारा मरीजों से मनमाना शुल्क वसूला जा रहा है। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को निजी लैब में कोरोना जाँच और सिटी स्कैन की दर को नियंत्रित करने के लिए पत्र लिखा है।
कमलनाथ ने पत्र में कहा है कि निजी संस्थाओं द्वारा सीटी स्कैन और जांच के लिए अत्याधिक शुल्क लिया जा रहा है। कोरोना की वजह से पिछले एक साल में लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर हुई है। जिसकी वजह से आम जनता इन शुल्कों को भुगतान करने की स्थिति में नहीं है।
उन्होंने राजस्थान सरकार द्वारा निजी लैबों और अस्पतालों में जांच के लिए दरों को निर्धारित करने का उदाहरण देते हुए कहा है कि हाल ही में राजस्थान सरकार द्वारा निजी लैबों एवं अस्पतालों के लिए जाँच की दरें निर्धारित की है। जिसमें सी. टी. स्कैन की दर 1700/-रुपये निर्धारित की गई है एवं निजी लैबों एवं अस्पतालों को शासन द्वारा नियत दरें मान्य करना बाध्यकारी किया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सीटी स्कैन सहित सभी जांचों की दरों को निर्धारित करने की मांग की है।