राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। 1 मई से 18 प्लस वालों का वैक्सीनेशन शुरु नहीं होने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने पीएम मोदी की घोषणा पर सवाल उठाते हुए इसे धोखा और चुनावी जुमला बताया है। कमलनाथ ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर मोदी के इस घोषणा को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव और यूपी में हो रहे पंचायत चुनावों से जोड़ते हुए युवाओं को लुभाने के लिए की गई झूठी घोषणा बताया है। उन्होंने सुप्रीमकोर्ट से इस मामले पर संज्ञान लिये जाने की मांग की है।

कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, “1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने के तीसरे चरण की घोषणा बनी जनता के साथ बड़ा धोखा व चुनावी जुमला ? 19 अप्रैल को मोदी सरकार द्वारा की गई घोषणा , 28 अप्रैल से  पंजीयन शुरू करने की की गयी बात , 29 अप्रैल को प.बंगाल , यूपी में मतदान का अंतिम चरण था , अंतिम चरण का चुनाव समाप्त होते ही  वैक्सीन के तीसरे चरण की घोषणा की असलियत सामने आई? देश भर में वैक्सीन का भारी टोटा , 2.5 करोड़ से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराये लेकिन वैक्सीन के ही पते नहीं , कब आयेगी , कब लगेगी , कुछ पता नहीं ?

कमलनाथ ने आगे कहा, “कई राज्यों ने वैक्सीन नहीं होने के कारण अपना टीकाकरण कार्यक्रम टाल दिया ? मतदान के अंतिम चरण में  युवाओं को लुभाने के लिए की गयी यह झूठी घोषणा , यह घोषणा सिर्फ चुनावी जुमला और जनता के साथ बड़ा धोखा साबित हुई।”

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “कोरना की इस भीषण महामारी में भी भाजपा सरकार ने जनता को सिर्फ़ अपने चुनावी फ़ायदे के लिये वैक्सीन के नाम पर जुमलो व झूठे वादों से ठगने का काम किया ? अभी भी झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे हैं, अभी भी सिर्फ चिंता चुनाव जीतने की, जनता से नहीं कोई सरोकार ?”

कमलनाथ ने इसे जनता के साथ बड़ा धोखा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट से संज्ञान लिये जाने की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “यह देश की जनता के साथ बड़ा धोखा , इस पर तो सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिये।”