भुवनेश्वर : कंधमाल जिले के दरिंगबाड़ी ब्लॉक के अंतर्गत मंडीपांका गांव में आम की गुठली खाने के बाद कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इलाज करा रही दो महिलाओं में हेपेटाइटिस की पुष्टि हुई है, जिसके परिणामस्वरूप कई अंग फेल हो गए हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ. नीलकंठ मिश्रा ने कहा कि मरीजों के लीवर और किडनी के कार्य बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।

उन्होंने कहा, “दोनों मरीज हेपेटाइटिस से पीड़ित हैं, जो संभवतः फंगल संक्रमण के कारण है। उन्होंने दो से तीन दिनों तक स्टोर करके रखे गए आम की गुठली खा ली थी, जिससे हमें लगता है कि फंगल संक्रमण हो गया।”

उन्होंने आगे बताया, “हेपेटाइटिस लीवर की सूजन है और इन मामलों में, इससे कई अंग फेल हो गए हैं। लीवर और किडनी दोनों प्रभावित हैं और मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।”

रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में गांव में आम की गुठली खाने से दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि छह अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया। ओडिशा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मुकेश महालिंग ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। राज्य सरकार ने कहा है कि दोनों महिलाओं की मौत फूड पॉइजनिंग के कारण हुई है।

मृतकों की पहचान मंडीपांका गांव की रमिता पटमाझी और रुनु माझी के रूप में हुई है, जिनकी मौत बरहामपुर के एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज के दौरान हुई।