कानपुर. कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी के करीबी के खिलाफ स्थानीय प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. कानपुर नगर निगम की टीम ने अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत स्वरूप नगर मोहम्मद इश्तियाक की अवैध इमारत पर बुलडोजर चला दिया. निगम के अधिकारियों के मुताबिक नक्शे से ज्यादा निर्माण होने के कारण बिल्डिंग को ध्वस्त किया गया है.
जफर हयात के पीएफआई से लिंक के अभी तक नहीं मिले सबूत इस मामले में मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी को कानपुर पुलिस ने लखनऊ के हजरतगंज के इसी इमारत से गिरफ्तार किया गया था. साथ ही कानपुर हिंसा के एक अन्य आरोपी जावेद अहमद का एक यूट्यूब चैनल जो लखनऊ के हजरतगंज में है. सभी आरोपी चैनल के ऑफिस में छुपे हुए थे. जांच के दौरान सूचना मिलने के बाद यहां से मुख्य साजिशकर्ता हयात जफर हाशमी के अलावा जावेद अहमद खान, मोहम्मद राहिल और मो. सूफियान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. कानपुर हिंसा की जांच कर रही एसआईटी की टीम को भले ही जफर हयात हाशमी के सीधे पीएफआई से कनेक्शन के तार अभी तक नहीं मिले हैं, लेकिन उसके करीबियों का पीएफआई से रिश्ता जरूर सामने आया है.
इसे भी पढ़ें – UP NEWS : जुमे की नमाज के बाद पथराव करने वाले 136 उपद्रवी गिरफ्तार, इन शहरों में भड़की थी हिंसा
कानपुर पुलिस ने अभी तक की जांच के आधार पर दावा किया है कि 3 जून को 147 इमारतों से पत्थरबाजी की गई थी. सीसीटीवी से पहचान होने के बाद इन इमारतों की वैधता की जांच की जाएगी. वैधता के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि भाजपा के निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान के विरोध में कानपुर में मुस्लिम संगठनों ने 3 जून को बंद का आह्वान किया था. मुस्लिम संगठनों से जुड़े लोग नुपुर शर्मा की ओर से पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए कथित बयान का विरोध कर रहे थे. इस दौरान हिंसा फैल गई थी.