वाराणसी। आईआरसीटीसी द्वारा संचालित तीसरी निजी ट्रेन काशी महाकाल एक्सप्रेस (वाराणसी-इंदौर) के कोच B5 के सीट नंबर 64 को भगवान शिव का छोटा मंदिर बनाए जाने पर विवाद पैदा हो गया है. हैदराबाद के सांसद असद्दुद्दीन औवेसी ने इस पर ट्वीट कर पीएमओ को संविधान की याद दिलाई है. वहीं आईआरसीटीसी ने इसे अस्थाई बताते हुए ट्रेन सेवा के सफल संचालन के लिए स्टॉफ की कवायद करार दिया है.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए काशी महाकाल एक्सप्रेस सेवा की शुरुआत की. आईआरसीटीसी की यह तीसरी ट्रेन इंदौर से वाराणसी के बीच चलेगी. बिना सब्सिडी के चलने वाली ट्रेन सेवा तीन ज्योतिर्लिंग – ओंकारेश्वर, काशी विश्वनाथ और महाकालेश्वर की सैर कराएगा.

इस सुपर फास्ट एयरकंडीशन्ड थ्री टीयर ट्रेन सेवा में यात्रियों एक साथ तीन ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर पाएंगे, लेकिन इसके लिए उन्हें किसी प्रकार को कोई सब्सिडी नहीं दी जाएगी. यह पहली ट्रेन सेवा है, जिसमें यात्रियों को पूरी तरह से उच्च क्वालिटी का शाकाहारी भोजन, 24 घंटे सुरक्षा गार्ड, सीसीटीवी कैमरा, ट्रेवल इंश्योरेंस, सार्वजनिक घोषणा और हाउस कीपिंग की सुविधा मिलेगी.