रायपुर. हिन्दू धर्म में कपूर को एक बहुत पवित्र वस्तु माना गया हैं. हवन और पूजा मै इसका उपयोग किया जाता है. कपूर जलाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. ज्योतिष शास्त्र, वास्तु शास्त्र, सामुद्रिक शास्त्र, ऐसी ही कुछ विधाएं हैं जिनके प्रयोग से हम जीवन में आ रहे संकटों के रुख मोड़ सकते हैं. रोजाना संध्या के समय घर के हर कमरे में कपूर जलाने से रोग-शोक नष्ट होते हैं. घर में बुरी ऊर्जा का वास होने से दुख-क्लेश बढ़ता है, इसके छुटकारा पाने के लिए कपूर का प्रयोग करें. इसके लिए थोड़े से गंगा जल में कपूर मिलाकर मेन गेट पर छिड़क दें, ऐसा करने से किसी भी तरह की बुरी नजर और नकारात्मक प्रभाव घर में प्रवेश नहीं करता.

कपूर का प्रयोग

धन प्राप्ति के लिए रोज रात को कटोरी में तीन कपूर की डली एक लौंग के साथ जलाये.

अगर कोई काम पूरा नहीं हो रहा है तो शनिवार के दिन पानी में कपूर का तेल मिलाकर नहाये, सारे बिगड़े काम बन जायेंगे.

घर के अंदर सकारात्मक उर्जा और शांति के लिए कपूर घी मैं भिगो कर जलाये.

बुधवार के दिन कर्पूर व मिश्री का दान करने से धन लाभ होता है.

सूर्यास्त के समय कर्पूर का दीप जलाकर उसे पुरे घर में घुमाएं और अंत में घर के मंदिर में स्थापित कर दें. इससे देवी लक्ष्मी का घर मैं वास रहता है.

घर के हर शयनकक्ष में कपूर जलाने से रोग-दोष नष्ट होते हैं.

बुरी बला घर मैं ना प्रवेश कर सके इसके लिए गंगाजल मैं थोड़ा सा पिसा कपूर मिलाकर प्रवेश द्वार पर छिड़क दे.

पितृ दोष से शांति के लिए थोड़ा देसी कपूर १ कांच की कटोरी में बाथरूम में रख दे.

शास्त्रों के अनुसार देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन सुबह और शाम घर में पूजा के समय कर्पूर (कपूर) जरूर जलाएं. कालसर्पदोष से मुक्ति हेतु-प्रतिदिन सुबह, शाम कर्पूर जलाएं.