बैंगलुरू। कर्नाटक के नाटक का पटाक्षेप संभवतः आज बीजेपी के बहुमत परीक्षण के साथ हो जाना चाहिए. बीजेपी के पास 104 विधायक हैं और 112 के मैजिक आंकड़े से वो 8 विधायक पीछे है. आज शाम 4 बजे सदन में फ्लोर टेस्ट होगा. इधर जानकारी मिल रही है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 13 विधायक जुटा लिए हैं.

जानिए कौन हैं ये 13 विधायक

आनंद सिंह- ये होसपेट से विधायक हैं. लम्बे समय तक बीजेपी में ही रहे हैं. बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के कारण ये 2 महीने पहले ही बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे.

नागेंदा- ये बेल्लारी ग्रामीण से कांग्रेस के विधायक हैं. ये भी बीजेपी में थे और रेड्डी बंधुओं के करीबी हैं. आनंद सिंह के साथ ही 2 महीने पहले इन्होंने कांग्रेस ज्वाइन किया था.

जे ऐन गणेश- ये कम्पली से कांग्रेस के विधायक हैं. ये रेड्डी बंधुओं के करीबी हैं.

प्रताप गौड़ा पाटिल- ये मसकी से विधायक हैं. ये 2008 तक बीजेपी में ही थे. अभी कांग्रेस के विधायक चुने गए हैं. बीजेपी नेताओं से इनके करीबी संबंध हैं.

शिवानन्द पाटिल- बगेवेदी से कांग्रेस विधायक हैं. जब चुनाव नहीं हुए थे, तब इन्होंने बीजेपी की तारीफ की थी और बीजेपी में शामिल होने की कोशिश भी की थी. मोदी के प्रशंसक रहे हैं.

एमवाय पाटिल- अफ्ज़लपुर से कांग्रेस के विधायक हैं. ये भी पहले बीजेपी में ही थे. इस बात से नाराज़ होकर ये कांग्रेस में शामिल हो गए थे कि पार्टी ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए नेता को टिकट दे दिया था.

नागागौदा कनाद्कौर- ये जेडीएस के विधायक हैं. 2017 में इन्होंने बीजेपी ज्वाइन करने की कोशिश की थी. ये भी मोदी के प्रशंसक हैं.

वेंकातारामान्नापा- ये पवागादा से कांग्रेस के विधायक हैं. जब येदियुरप्पा की सरकार कर्नाटक में बनी थी, तो ये उस सरकार में शामिल थे. इनके येदियुरप्पा से अच्छे संबंध हैं.

पी पुत्तारंगाशेत्टी- ये चमराज्गानर से विधायक हैं. ये बीजेपी के वरिष्ठ नेता एश्वाराप्पा के कई दशकों तक सहयोगी रह चुके हैं.

के एस लिंगेश- ये जेडीएस के एकमात्र लिंगायत विधायक हैं. ये येदियुरप्पा के करीबी रहे हैं. येदियुरप्पा के लोगों से इनके पारिवारिक रिश्ते भी हैं.

शिवराम हेब्बल- ये एक ब्राह्मण विधायक हैं और उडुपी मठ से इनके संबंध हैं. जिस पर योगी आदित्यनाथ का खासा प्रभाव है. बीजेपी से इनके पुराने रिश्ते रहे हैं.

राजशेखर पाटिल- ये व्यापारी हैं. इनके आरएसएस और बीजेपी दोनों के व्यापारिक संगठनों से संबंध हैं. ये कांग्रेस के विधायक हैं.

देवेन्द्र चौहान- नाग्थान से जेडीएस के विधायक हैं. इनके येदियुरप्पा से पुराने संबंध रहे हैं और ये भी एक व्यापारी हैं, जो कि राजशेखर पाटिल की तरह ही बीजेपी और आरएसएस के व्यापारिक संगठनो से जुड़े हुए हैं.