दिल्ली– विजय हजारे ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में खेला गया। फाइनल में घमासान कर्नाटक और सौराष्ट्र की टीम के बीच था। जहां फाइनल मैच में कर्नाटक की टीम ने 41 रन से मैच अपने नाम कर लिया। और इस जीत के साथ ही एक बार फिर से खिताबी जीत दर्ज कर ली।
ऐसा रहा मुकाबला
मैच में सौराष्ट्र की टीम ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी सौराष्ट्र की टीम 45.5 ओवर में 253 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। सौराष्ट्र की ओर से एक बार फिर से मयंक अगरवाल ने शानदार बल्लेबाजी की, और 79 गेंद में 90 रन ठोक दिए। अपनी इस पारी में मयंक अगरवाल ने 11 चौके और 3 सिक्सर लगाए। इसके अलावा पवन देशपांडे ने 49 और रविकुमार समर्थ ने 48 रन की पारी खेली। सौराष्ट्र के गेंदबाजों में कमलेश मकवाना ने सबसे ज्यादा 4 विकेट अपने नाम किए। जयदेव उनादकत को कोई विकेट नहीं मिला। 246 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी सौराष्ट्र की टीम 46.3 ओवर में 212 रन बनाकर ही ऑलआउट हो गई। सौराष्ट्र की ओर से कप्तान पुजारा ने जरूर 94 रन की पारी खेली। लेकिन अपनी टीम को जीत ना दिला सके, पुजारा रन आउट हो गए। चेतेश्वर पुजारा के अलावा कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सके। कर्नाटक की ओर से प्रसिद्ध क्रिष्णा, और कृष्ण्प्पा ने 3-3 विकेट निकाले। मैच में शानदार बल्लेबाजी करने वाले मयंक अगरवाल को मैन ऑफ द मैच से नवाजा गया। इस जीत के साथ ही कर्नाटका की टीम ने ट्रॉफी भी अपने नाम कर ली।
तीसरी बार खिताब पर कब्जा
विजय हजारे ट्रॉफी में कर्नाटक की टीम ने इस जीत के साथ ही तीसरी बार खिताब पर अपना कब्जा जमाया है। इससे पहले साल 2013-14, और 2014-15 में विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था।