दिल्ली। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने बड़े जोर शोर से करतारपुर गुरूद्वारा सिख तीर्थ यात्रियों के खोला। मीडिया में पूरे तमाशे के साथ पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारा खोला। अब हवा के झोंके ने पाकिस्तान की पोल खोल दी है।
दरअसल, हवा के तेज झोंके में पाकिस्तान के करतारपुर स्थित सिख गुरुद्वारे के गुंबद गिर गए। घटना के बाद अब इसके निर्माण की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लग रहे हैं। पाकिस्तान में सिख समुदाय भी इससे काफी नाराज है। इनका कहना है कि इमरान खान सरकार में किसी अन्य मजहब को सम्मान नहीं मिलता। लोगों का आरोप है कि इमरान खान के लिए करतारपुर सिर्फ एक सियासी ड्रामा था।
खास बात ये है कि गुरुद्वारे का पुनरुद्धार दो साल पहले ही 2018 में हुआ था। इमरान सरकार ने यहां जोर-शोर से कार्यक्रम भी आयोजित करवाया था, लेकिन अब हवा के झोंके से पता चला कि निर्माण की गुणवत्ता कितनी खराब थी कि ये हल्के आंधी-तूफान को ही नहीं झेल सके। पाकिस्तान में सिखों के ये पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है। हैं। करतारपुर लाहौर से लगभग 120 किलोमीटर दूर है।