वाराणसी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज काशी में देव दीपावली मनाएंगे. वे देव दीपावली पर काशी में आयोजित भव्य समारोह में उपस्थित रहेंगे. शाम 5 बजे सीएम काशी पहुंचेंगे. नमो घाट से क्रूज पर सवार होकर घाटों को निहारेंगे. क्रूज से दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती देखेंगे. वहीं चेत सिंह घाट पर लेजर शो देखेंगे. विश्वनाथ धाम के सामने आतिशबाजी भी देखेंगे. इस बीच देव दीपावली पर 15 लाख से ज्यादा दीपों से काशी रोशन होगी.
बता दें कि आज की संध्या पर जब पूरी काशी दीपों की अनगिनत रोशनी से नहाएगी, तब गंगा तट आस्था, संस्कृति और भव्यता का अनुपम संगम प्रस्तुत करेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार इस बार देव दीपावली का आयोजन ‘क्लीन काशी, ग्रीन काशी, डिवाइन काशी’ की भावना के साथ किया जा रहा है. पर्यटन विभाग और स्थानीय प्रशासन सहभागिता से घाटों से लेकर गलियों तक सुंदरता, सुरक्षा और सुव्यवस्था पर विशेष ध्यान देते हुए युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं. नमो घाट से लेकर अस्सी घाट तक स्मार्ट लाइटिंग, फ्लोरल डेकोरेशन, थीम-आधारित इंस्टालेशन, लेजर शो और ग्रीन आतिशबाजी के माध्यम से काशी एक बार फिर दिव्यता और भक्ति का अद्भुत अनुभव कराएगी.
इसे भी पढ़ें : Ayodhya Ramlala Aarti Live Darshan 5 November: श्री रामलला सरकार का दिव्य श्रृंगार, यहां कीजिए अलौकिक दर्शन
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली और त्रिपुरारी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. माना जाता है कि इसी दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक दैत्य का संहार किया था. इस अवसर पर भगवान विष्णु, शिव, ब्रह्मा की आराधना का विशेष महत्व है. वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार, पुष्कर और द्वारका जैसे तीर्थों में इस दिन लाखों श्रद्धालु गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान कर दीपदान करते हैं. कहा जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन सरोवरों और नदियों में दीप जलाने से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं और मनुष्य को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें

