करवा चौथ का शुभ त्योहार बस दो दिनों के बाद आने ही वाला है. इसे करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है, यह इस साल 1 नवंबर को है. इस त्योहार के दौरान, विवाहित महिलाएं अपने पति की सुरक्षा और समृद्धि के लिए कठिन निर्जला व्रत रखती हैं. वे सूर्योदय से चंद्रोदय तक उपवास रखते हैं. महिलाएं करवा चौथ पर भगवान गणेश, मां पार्वती, भगवान शिव और भगवान कार्तिकेय की पूजा करती हैं और चंद्रमा को देखकर व्रत खोलती हैं. छलनी से चंद्रमा को देखने के बाद, विवाहित महिलाएं व्रत तोड़ने के लिए अपने पति के हाथों से भोजन का एक निवाला और एक घूंट पानी पीती हैं. करवाचौथ का व्रत विवाहितों के लिए एक महत्वपूर्ण रस्म है. जिसे आम तौर पर विवाहित महिलाएं रखती हैं तो आइए जानते हैं. आइए जानते हैं इस व्रत के बारे में और साथ ही साथ इसको करते समय किन चीजों के ध्यान रखना चाहिए.
पहनें लाल रंग
लाल रंग करवा चौथ त्योहार का रंग है क्योंकि इसे शुभ माना जाता है और उत्सव के दौरान महिलाएं इसे पहनती हैं इसके साथ ही वह पीला, हरा, गुलाबी और नारंगी रंग भी पहनना पंसद करती हैं. उन्हें इस अवसर पर काले या सफेद शेड से बचना चाहिए. Read More – Karwachauth 2023 : करवाचौथ पर चाहिए साफ ग्लोइंग Skin, तो अभी से लगाना शुरू करें मेथी दाना का मास्क …
करवा चौथ में श्रृंगार
सोलह श्रृंगार करना और हाथों पर मेहंदी लगाना करवा चौथ पूजा की एक और महत्वपूर्ण रस्म है. विवाहित महिलाओं को करक चतुर्थी से एक दिन पहले अपने हाथों पर मेंहदी लगानी चाहिए और पारंपरिक कपड़े मंगलसूत्र, एक नाक पिन, बिंदी, चूड़ियाँ, झुमके, अंगूठियाँ और बहुत कुछ पहनना चाहिए. श्रृंगार और मेहंदी सौभाग्य, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक हैं.
करवा चौथ व्रत में सरगी
सरगी करवाचौथ का व्रत की एक और महत्वपूर्ण रस्म है. यह एक विशेष थाली है जिसमें विवाहित महिलाओं को उनकी सास द्वारा दी जाने वाली खाने के सामान और उपहार होते हैं. व्रत शुरू करने से पहले सरगी का सेवन सुबह-सुबह भोजन के रूप में करना चाहिए. आम तौर पर थाली इस तरह बनाई जाती है कि वह सभी आवश्यक पोषक तत्व और एनर्जी दे सके. इसमें फेनी, मीठी सेवइयां, फल, नारियल, मीठी मठरी, सूखे मेवे, मिठाइयां, पराठा और जूस शामिल हैं. Read More – द कश्मीर फाइल्स के बाद अब विवेक अग्निहोत्री लाने वाले हैं नई फिल्म Parva, कहानी महाभारत पर होगी आधारित …
व्रत शुरू करने से पहले करें
सुबह के भोजन में प्रोटीन और कार्ब्स से भरपूर भोजन शामिल होने चाहिए क्योंकि ये पचने में अधिक समय लेते हैं और आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगने देते हैं. व्रत शुरू होने से पहले जितना हो सके उतना पानी पिएं. निर्जल व्रत होने के कारण सिरदर्द और थकान होने का खतरा बढ़ सकता है. इसमें आप ताजे फलों के रस भी सेवन कर सकती है. इस बीच एसिडिटी से बचाव के लिए कॉफी और चाय पीने से बचें.
भूलकर भी न करें ये
वहीं, करवाचौथ का व्रत रखने वाली महिलाओं को कैंची, सुई या चाकू का उपयोग नहीं करना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को यह व्रत रखने से बचना चाहिए क्योंकि यह उनके लिए तनावपूर्ण हो सकता है और उनके स्वास्थ्य पर कई प्रभाव डाल सकता है.
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