Karwa Chauth 2024: इस साल करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर यानी रविवार को मनाया जाएगा. जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं और बाजार इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं. महिलाएं अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र, स्वास्थ्य और खुशी के लिए हर साल करवा चौथ का व्रत करती हैं. यह व्रत निर्जला रखा जाता है. करवा चौथ का त्योहार सामूहिक रूप से मनाने की परंपरा है. इस दिन महिलाएं एक-दूसरे के घर इकट्ठा होती हैं. फिर वह विधि-विधान से कर्मा माता की पूजा करते हैं. निर्जला होने के बाद वह चंद्रमा को देखकर और अपने पति के हाथ का पानी पीकर अपना व्रत खोलती हैं. इस दिन महिलाएं चांद का इंतजार करती हैं. आपको बता दें कि करवा चौथ पर चंद्रमा निकलने का समय हर शहर में अलग-अलग होता है.
कई बार करवा चौथ के दिन अचानक बादल आ जाते हैं और सुबह से व्रत रखने वाली महिलाएं देर रात तक बादल हटने और चंद्रमा के निकलने का इंतजार करती रहती हैं. क्या इस बार भी आपके शहर में बादलों के बीच चांद छिपा रहेगा या आप उसे साफ देख पाएंगे? आपको बता दें कि चंद्रोदय के समय में हर दिन लगभग 50 मिनट का अंतर होता है, जो पृथ्वी के घूमने और चंद्रमा की परिक्रमा में अंतर के कारण होता है. चंद्रमा प्रतिदिन पृथ्वी के चारों ओर 13° घूमता है, इसलिए चंद्रमा को देखने के लिए पृथ्वी को प्रत्येक दिन अतिरिक्त 13° घूमना पड़ता है. यानी करवा चौथ के दिन चंद्रमा लगभग 7.54 बजे दिखाई देगा. इस समय बादल छाने का कोई पूर्वानुमान नहीं है.
करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय
- पंचांग के अनुसार 2024 में करवा चौथ पर चंद्रदर्शन का समय
- करवा चौथ तिथि: 20 अक्टूबर 2024
- करवा चौथ पूजा मुहूर्त: शाम 5:46 बजे से शाम 7:02 बजे तक
- कृष्ण दशमी चंद्रोदय का समय: शाम 7:54 बजे
जानिए करवा चौथ व्रत का अर्थ
‘करवा’ का अर्थ है मिट्टी का बर्तन, और ‘चौथ’ का अर्थ है चौथा. ‘करवा’ चौथ के दिन, विवाहित महिलाएं चौथ चंद्रमा को अर्घ देने के लिए इस मिट्टी के बर्तन का उपयोग करती हैं. करवा चौथ कार्तिक माह के चौथे दिन मनाया जाता है.
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