
Lalluram Desk. भारतीय मूल के काश पटेल ने शुक्रवार को संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रमुख कानून प्रवर्तन एजेंसी संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के निदेशक के रूप में शपथ ली. वह क्रिस्टोफर रे की जगह लेंगे, जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2017 में चुना था. शपथ लेते ही पटेल ने कहा कि वह “पहली पीढ़ी के भारतीय अमेरिकी सपने को जी रहे हैं.” इसके साथ ही उन्होंने “जवाबदेही” का वादा किया.
पद की शपथ लेने के बाद पटेल ने कहा. “मैं अमेरिकी सपने को जी रहा हूं, और जो कोई भी सोचता है कि अमेरिकी सपना मर चुका है, वह यहां देख ले. आप पहली पीढ़ी के भारतीय से बात कर रहे हैं, जो पृथ्वी पर सबसे महान राष्ट्र की कानून प्रवर्तन एजेंसी का नेतृत्व करने वाले हैं. ऐसा कहीं और नहीं हो सकता… मैं वादा करता हूं कि एफबीआई के भीतर और इसके बाहर जवाबदेही होगी…,”
न्यूयॉर्क में जन्मे पटेल (44), जो पाटीदार समुदाय से हैं, एफबीआई का नेतृत्व करने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी बन गए हैं.

पटेल की जड़ें गुजरात के आनंद जिले के भद्रन गांव में हैं, जहां से उनका परिवार 70 से 80 साल पहले युगांडा चला गया था. रिपोर्ट के अनुसार, पाटीदार समुदाय के सदस्यों के अनुसार, पटेल के परिवार के सदस्यों ने अफ्रीका जाने के बाद भद्रन में अपने पुश्तैनी मकान बेच दिए थे. पटेल के माता-पिता पूर्वी अफ्रीका से हैं – उनकी मां तंजानिया से हैं और उनके पिता युगांडा से हैं. 1970 में वे कनाडा से अमेरिका आए और फिर 1970 के दशक के अंत में परिवार न्यूयॉर्क के क्वींस में चला गया. पटेल का जन्म और पालन-पोषण यहीं हुआ. एफबीआई की कमान संभालने से पहले, पटेल ने कार्यवाहक रक्षा सचिव क्रिस्टोफर मिलर के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में कार्य किया.
अमेरिकी सीनेट द्वारा एफबीआई का नेतृत्व करने के लिए पटेल की पुष्टि किए जाने के बाद उन्होंने एक्स पर किए पोस्ट में कहा, “मुझे संघीय जांच ब्यूरो के नौवें निदेशक के रूप में पुष्टि किए जाने पर सम्मानित महसूस हो रहा है. राष्ट्रपति ट्रम्प और अटॉर्नी जनरल बॉन्डी को आपके अटूट विश्वास और समर्थन के लिए धन्यवाद.”
उन्होंने कहा. “एफबीआई की एक शानदार विरासत है – “जी-मेन” से लेकर 9/11 के बाद हमारे देश की सुरक्षा तक. अमेरिकी लोग एक ऐसी एफबीआई के हकदार हैं जो पारदर्शी, जवाबदेह और न्याय के लिए प्रतिबद्ध हो. हमारी न्याय प्रणाली के राजनीतिकरण ने जनता के विश्वास को खत्म कर दिया है – लेकिन यह आज खत्म हो गया है. निदेशक के रूप में मेरा मिशन स्पष्ट है: अच्छे पुलिस वालों को पुलिस ही रहने दें – और एफबीआई में विश्वास का पुनर्निर्माण करें.”