विक्रम मिश्र, लखनऊ । उत्तर प्रदेश के विधानसभा में रिक्त हुई 9 सीटों पर उपचुनाव की तिथि घोषित हो चुकी है। हालांकि इन सीटों के हार जाने के बावजूद भी न ही यूपी की योगी सरकार पर कोई आंच आने वाली है और न ही जीतने पर मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी की सरकार बनने की ओर अग्रसर हो सकेगी। लेकिन फिर भी दोनों सियासी दल चुनावी समर में ऐसे ताल ठोक रहे है जैसे सत्ता का फाइनल यही हो।
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सीएम योगी कटेहरी सीट के शिल्पिकार
चुनावी तिथि घोषित होने से पहले ही भाजपा ने सभी सीटों पर प्रभारी और मंत्री नेताओं को प्रभार सौप दिया था। जबकि कटेहरी और अयोध्या की मिल्कीपुर सीट की जिम्मेदारी खुद मुख्यमंत्री ने ली थी, जिसमें अदालती कार्यवाई के कारण मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की तिथि घोषित नहीं की गई। लेकिन अंबेडकर नगर की कटेहरी सीट पर चुनाव होने वाला है। भाजपा की तरफ से सीएम योगी कटेहरी सीट के शिल्पिकार है, तो वहीं सपा ने अपने प्रमुख रणनीतिकार शिवपाल सिंह यादव को यहां की जिम्मेंदारी दी है।
दिलचस्प होगा योगी बनाम शिवपाल
सीएम योगी और शिवपाल सिंह यादव के सियासत की लड़ाई काफी पुरानी है। विधानसभा सत्र के दौरान दोनों दिग्गज आमने सामने आ चुके है। आजमगढ़ लोकसभा चुनाव के दौरान सीएम योगी और प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र का खूब दौरा किया था लेकिन शिवपाल यादव ने अपने सियासी दांव पेंच से भाजपा प्रत्याशी को चारो खाने चित्त कर दिया। और आजमगढ़ सीट को भाजपा के शिकंजे से छीनकर सपा के खाते में डाल दी।
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