सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। नवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर इस वर्ष राजधानी रायपुर में रामलीला का भव्य मंचन किया जाएगा. जिसमें शहरवासियों को ‘कौशल्या के राम’ पर शानदार प्रस्तुति देखने को मिलेगी. इस कार्यक्रम की जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए महापौर प्रमोद दुबे ने दी है.

महापौर प्रमोद दुबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में रामलीला मंचन की प्राचीन परम्परा रही है. मंदिरहसौद के निकट चंदखुरी में मं कौशल्या का मंदिर है एवं मां कौशल्या की जन्मभूमि छत्तीसगढ़ है. भगवान श्रीराम हमारी संस्कृति से आदिकाल से जुड़े ये हैं. रावणभाठा में दूधाधारी मठ के महंत राजेश्री श्रीराम सुन्दर दास द्वारा प्रतिवर्ष रामलीला का मंचन वर्षों से होता आ रहा है. संतकवि पवन दीवान भी मां कौशल्या एवं भगवान राम के ननिहाल से प्रभावित होकर “कौशल्या के राम’ शीर्षक से ही रामलीला का मंचन करवाया करते थे.

राम हमारी संस्कृति के प्रबल धरोहर है, उन्हीं की लीलाओं का प्रभाव आज भी हमारे छत्तीसगढ़ में विद्यमान है. इसी क्रम की निरंतरता को बनाये रखने के उददेश्य से इस वर्ष रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें मथुरा के प्रतिष्ठित आदर्श रामलीला मंडली के कलाकार एवं स्थानीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे.

प्रमोद दुबे ने कहा कि यह आयोजन पूर्व सांसद एवं संत कवि पवन दीवान के स्वर्गवास के बाद टूटी हुई परम्परा को जीवंत करने का एक छोटा सा प्रयास है. अगर प्रभु कृपा से यह छोटा सा प्रयास सफल होता है तो संत कवि पवन दीवान के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

कार्यक्रम का आयोजन 04 से 06 अक्टूबर को शहीद स्मारक भवन में किया जाएगा. रामलीला का मंचन रात्रि 07 बजे से 10 बजे तक स्वामी राघवेन्द्र देव चतुर्वेदी, मथुरा वालों के निर्देशन में मथुरा एवं छत्तीसगढ़ के कलाकारों द्वारा आदर्श राम लीला मण्डल के तहत प्रस्तुति दी जाएगी.

रामलीला मंचन के दैनिक कार्यक्रम

  • 04 अक्टूबर : श्रीराम जन्म, ताडका वध, मारीच वध, पुष्प वाटिका, श्रीराम सीता प्रथम मिलन दिवस
  • 05 अक्टूबर : धनुष यज्ञ, कैकयी दशरथ संवाद, राम वनवास, सीता हरण
  • 06 अक्टूबर : कुंभकरण वध, मेघनाथ वध, रावण वध एवं श्रीराम जी  का राजतिलक
  • आयोजक : हमर राम सांस्कृतिक समिति, रायपुर (छ.ग.)

बता दें कि इस कार्यक्रम की आयोजक हमर राम सांस्कृतिक समिति है. आयोजक समिति के सदस्य महापौर प्रमोद दुबे, विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधायक कुलदीप जुनेजा , विधायक विकास उपाध्याय, राजेश्री महंत राम सुन्दर दास, गिरीश देवांगन, कन्हैया अग्रवाल, आर.पी.सिंह और विकास तिवारी हैं.