रायपुर. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बस्तर में राहुल गांधी के भाषण को लेकर कहा है कि उनका पूरा भाषण झूठ की पटकथा से ज्यादा कुछ नहीं था.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने कहा कि आधी-अधूरी कर्जमाफी और धान की कीमत को लेकर कांग्रेस जिस तरह अपने मुंह मियां मिठ्ठू बन रही है, वह हास्यास्पद है. चुनाव से पहले हर किसान का हर कर्जा माफ का वादा करने वाले कांग्रेसी नेता पहले अपने गिरेबां में झांक कर देखें कि अब उनके दावे का पूरा सच क्या है? आज प्रदेश के किसान कर्जामाफी के मामले में खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. इसी तरह धान की कीमत को लेकर भी कांग्रेस किसानों को गुमराह कर रही है. कांग्रेस ने 25 सौ रुपए क्विंटल पर धान खरीदने की घोषणा की थी, पर सरकार ने जो 25 सौ रुपए किसानों को दिए, उसमें 300 रुपए तो भाजपा सरकार द्वारा घोषित बोनस के भी हैं. 22 सौ रुपए में धान खरीदकर झूठ परोसने वालों को तो यह भी पता नहीं है कि प्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने धान की कीमत 1750 और 1770 रुपए प्रति क्विंटल तय की थी, जबकि राहुल गांधी ने यह कीमत 14 सौ-15 सौ रुपए बताकर झूठ परोसा।

राफेल सौदे पर लगातार झूठ बोलने वाले हर बार मुंह की खाकर भी झूठ की फैक्ट्री चला रहे हैं और बस्तर के लोगों से कह रहे हैं कि वे झूठ नहीं बोलते ! जबकि अपने झूठ को सच बताने के लिए सुप्रीम कोर्ट व कैग संस्था पर भी प्रश्नचिन्ह लगाने से बाज नहीं आए। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि कांग्रेस ने शराबबंदी के मामले में अपने वादों से मुकरकर अपने राजनीतिक चरित्र का ही प्रदर्शन किया है तो बिजली बिल हाफ का शोर मचाकर अब 400 यूनिट का बिजली बिल हाफ कर रहे हैं। अच्छा होता, राहुल गांधी जरा प्रदेश की कानून-व्यवस्था और जन सुरक्षा की सच्चाई का भी पता कर लेते, जहां इस सरकार के राज में अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है और प्रदेश की पुलिस राज्य सरकार के राजनीतिक प्रतिशोध के एजेंडे में झोंक दी गई है।

कौशिक ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर चोरों के कर्ज माफ करने और उन पर पैसे लुटाने का आरोप लगाकर और चौकीदार चोर है का नारा लगवाकर अपनी अशिष्टता और राजनीतिक संस्कृति का परिचय दे रहे हैं जबकि देश की जनता अच्छी तरह जानती है कि चोर कौन है और किस खानदान के दो लोग जमानत पर हैं और एक अग्रिम जमानत लेकर पूछताछ के दायरे में है। शीशे के घर में रहकर राहुल गांधी दूसरों के घरों पर पत्थरबाजी कर रहे हैं।

कौशिक ने कहा कि राहुल गांधी बस्तर के लोगों को प्रेम के रिश्ते की दुहाई देकर गुमराह करने में कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष को यह याद रखना चाहिए कि आजादी के बाद से कांग्रेस के शासनकाल में आदिवासियों के शोषण की पराकाष्ठा हो गई थी और नमक के भाव पर आदिवासियों से चिरौंजी ली जाती थी। शोषण की इसी बुनियाद पर बस्तर में नक्सलवाद का नासूर पनपा, जिसे कांगे्रस के ही नेता कभी क्रांतिकारी बताते हैं, तो कहीं उन्हीं नक्सलियों से कांग्रेस के लिए समर्थन मांगते देखे जाते हैं। इन्हीं नक्सलियों के अर्बन कनेक्शन पर होने वाली कार्रवाई से सबसे ज्यादा विचलित भी कांग्रेस ही नजर आती है.