अमृतसर. गुरदासपुर संसदीय हलके से भाजपा के सीनियर नेता व सुजानपुर विधानसभा से तीन बार के विधायक दिनेश सिंह बब्बू के लिए चुनाव प्रचार के साथ ही एक नई चुनौती पैदा हो सकती है. क्योकि गुरदासपुर से प्रबल दावेदार मानी जा रही दिवंगत विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना (विनोद खन्ना के निधन के बाद) पिछले कई वर्षों से लोगों के बीच अपनी मौजूदगी दिखाकर टिकट की दावेदारी कर रहीं थी.

पिछले लोकसभा चुनाव में भी कविता खन्ना गुरदासपुर संसदीय हलके से भाजपा की टिकट की दावेदार थी. लेकिन, पार्टी ने सभी स्थानीय नेताओं को नजरअंदाज कर सनी देओल को चुनाव मैदान में उतारा. कविता खन्ना सहित उप चुनाव लड़ चुके स्वर्ण सलारिया ने पार्टी हाईकमान के आगे नतमस्तक सनी देओल के चुनाव में सहयोग 2024 के लोकसभा चुनाव में होते हुए दिया था.

गुरदासपुर संसदीय हलके के लोगों को पूरी उम्मीद थी कि पार्टी कविता खन्ना को भाजपा मैदान में उतारेगी. लेकिन, दिनेश सिंह बब्बू के नाम की घोषणा के बाद अब कविता खन्ना ने इसकी घोषणा कर दी है. वह गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र के लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति में जरूर रहेंगी. इतना ही नहीं उन्होंने गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने
के संकेत भी दे दिए हैं. जिससे, भाजपा के राजनीतिक खेमे में हड़कंप मच गया है. इस बारे में बात करते हुए कविता खन्ना ने कहा कि वह कई सालों से गुरदासपुर से विनोद खन्ना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लोगों की सेवा कर रही हैं. उन्होंने कहा कि विनोद खन्ना के निधन के बाद भी लोगों ने उन्हें बहुत प्यार दिया. गुरदासपुर हलका मेरा परिवार है. मैंने यहां कविता और विनोद खन्ना फाऊंडेशन की भी स्थापना की है.

उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ इतना कहना चाहती हूं कि राजनीति से लोगों की सेवा करने का जो मंच मिलता है. वह कहीं और नहीं मिलता, इसलिए मैंने तय किया है कि जिस तरह विनोद खन्ना ने लोगों की सेवा की, मैं भी वैसा ही करूंगी, करती रहूंगी. जब उनसे दूसरी पार्टी में शामिल होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने अभी तक यह फैसला नहीं लिया है. लेकिन, इतना जरूर कहूंगी कि सभी पार्टियां समझदार हैं. 70 से 80 फीसदी लोग चाहते हैं कि के मैं उनकी सांसद बनू. मैंने अभी तक यह तय नहीं किया है कि मैं किस पार्टी में जाऊंगी.