प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। जिले में हाल ही में कलेक्टर बंगले के बाहर देर रात धरना प्रदर्शन की घटनाओं ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कलेक्टर गोपाल वर्मा ने इस संबंध में जिले के पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र छवई को पत्र लिखकर सुरक्षा व्यवस्था में खामियों और पेट्रोलिंग में हुई लापरवाही पर नाराज़गी जताई है।

पत्र में कलेक्टर ने बताया कि 19 मई 2024 की रात लगभग 25–30 लोग उनके बंगले के पास एकत्रित हुए थे, जबकि 15 अगस्त 2025 की रात करीब 1:30 बजे 20–25 लोग घायल बंदर के मामले को लेकर बंगले के बाहर धरना देने पहुंचे।
कलेक्टर ने पत्र में पेट्रोलिंग और सुरक्षा व्यवस्था में हुई त्रुटियों पर सवाल उठाया और लिखा कि इस तरह की घटनाएं प्रशासन की विश्वसनीयता को प्रभावित करती हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि कलेक्टर बंगले और आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाए और रात्रि में समूह बनाकर घूमने वाले व्यक्तियों पर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
गौरतलब है कि कवर्धा संवेदनशील जिला होने के साथ उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा का गृह क्षेत्र भी है। 15 अगस्त की शाम बिजली गिरने से तीन बंदरों की मौत हो गई और दो घायल हो गए थे। घायल बंदरों को लेकर लोग वेटनरी अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं था। तहसीलदार और एसडीएम का भी फोन बंद मिला। प्रशासन की इस ढिलाई के बाद कुछ लोग सीधे कलेक्टर के बंगले तक पहुंच गए और धरना दे दिया था। इसी बात से नाराज होकर कलेक्टर ने एसपी को पत्र लिखकर नाराजगी जाहिर की है।
देखें पत्र

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