Kedar Jadhav birthday : केदार जाधव (Kedar Jadhav) भारतीय क्रिकेटर हैं. जाधव का जन्म 26 मार्च 1985 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ. केदार जाधव ऑलराउंडर प्लेयर हैं. वह दाएं से बल्लेबाजी (batting) करने के साथ-साथ ऑफ ब्रेक गेंदबाजी (bowling) भी करते हैं. जाधव ने टीम इंडिया (Team India) के लिए खेलते हुए अच्छे शुरुआत के साथ महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तनी अपनी अच्छी जगह बनाई लेकिन कई दिनों तक ख़राब प्रदर्शन से वे कमबैक नहीं कर पाए हैं. जिसकी वजह से वह भारतीय टीम में नहीं खेल पा रहे हैं.

26 मार्च 2023 को केदार जाधव (Kedar Jadhav birthday) अपना 38वां जन्मदिन मना रहे हैं. जाधव भारतीय टीम के मिडिल आर्डर के बल्लेबाज हैं. केदार जाधव (Kedar Jadhav) भारत के लिए सबसे वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. केदार जाधव का ये रिकॉर्ड कई साल तक बरकरार रहा है, लेकिन उनका ये रिकॉर्ड साल 2020 में हार्दिक पांड्या ने तोड़ दिया था.

केदार जाधव आज भी भारत के उन तीन खिलाड़ियों में शुमार हैं, जिन्होंने 1000 या इससे ज्यादा रन वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत के लिए 100 या इससे ज्यादा के स्ट्राइकरेट से बनाए हैं. इस लिस्ट में वीरेंद्र सहवाग, केदार जाधव और हार्दिक पांड्या का नाम ही शामिल है. केदार जाधव का करियर इतना लंबा नहीं होता अगर महेंद्र सिंह धौनी लंबे समय तक टीम के कप्तान नहीं होते या फिर वे टीम का हिस्सा नहीं होते.

2 साल की उम्र में केदार जाधव बैट लेकर सोते थे

जाधव (kedar jadhav career) ने बचपन से ही क्रिकेटर बनने का सोच लिया था. वो जब 2 साल के थे तो हाथ में बल्ला लेकर सोते थे और कोई भी गोल चीज हाथ में आते ही गेंदबाजी करना शुरू कर देते थे. यही कारण था कि 2 साल की ही उम्र में घरवालों को लग गया था कि केदार जाधव आगे चलकर क्रिकेटर ही बनेंगे और हुआ भी ऐसा ही. केदार ऐज ग्रुप क्रिकेट खेलते हुए महाराष्ट्र की टीम में पहुंचे.

इसके साथ ही 2007-08 रणजी सीजन से अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया और उस सीजन में 6 फिफ्टी और एक शतक जमाया था. इसके बाद उन्हें आईपीएल में मौका मिला और डेब्यू मैच में ही दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के लिए उन्होंने 29 गेंद में फिफ्टी ठोक दी थी. कई साल के इंतजार के बाद केदार को 2014 में भारत के लिए डेब्यू का मौका मिला. लेकिन 6 साल में ही वो टीम इंडिया से बाहर हो गए. 2020 में उन्होंने भारत के लिए आखिरी मैच खेला था.

केदार जाधव (Kedar Jadhav) काफी लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. घरेलू क्रिकेट में महाराष्ट्र टीम से खेलते हुए केदार जाधव ने रणजी ट्रॉफी 2022-23 में विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए असम के खिलाफ दमदार दोहरा शतक जड़ा था. महाराष्ट्र और असम की टीम के बीच इस मुकाबले में जाधव ने मैदान पर चौके-छक्कों की बरसात की और 283 गेंदों का सामना करते हुए उन्होंने 283 रन ही बनाए. जिसमें 21 चौके और 12 छक्के शामिल हैं.

भारतीय टीम की ऐसा रहा केदार जाधव का प्रदर्शन

बता दें कि केदार जाधव ने भारतीय टीम के वनडे फॉर्मेट में साल 2014 में श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू किया था. उन्होंने वनडे में अब तक 73 मैच खेले है, जिसमें उन्होंने 1389 रन बनाए. इस दौरान उनका औसत 42.09 का रहा है. वहीं जाधव ने टी-20 क्रिकेट में साल 2015 में जिम्बाब् के खिलाफ डेब्यू किया, लेकिन उन्हें इस फॉर्मेट में ज्यादा खेलने के मौके नहीं मिले. उन्होंने टी-20 में 9 मैच खेले है, जिसमें उन्होंने 122 रन ही बनाए. इसके साथ ही जाधव ने गेंदबाजी करते हुए वनडे में 73 मैचों में 27 विकेट चटकाए है.

वनडे में जाधव ने ठोके हैं सिर्फ 2 शतक

केदार जाधव ने वनडे में सिर्फ 2 शतक और 6 अर्धशतक ठोके है. केदार ने जिन दो मैचों में शतक ठोका, उन दोनों मैंचों में भारत को जीत मिली. उन्होंने अपने चौथे वनडे में शतक ठोका था. भारत ये मुकाबला जिम्बाब्वे से जीता था. केदार ने 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ पुणे में हुए एक वनडे मैच में 76 रन गेंद में 120 रन की पारी खेली थी. इस मैच में केदार जाधव ने कप्तान विराट कोहली के साथ 200 रन की साझेदारी की थी. ये उनके वनडे करियर का बेस्ट स्कोर भी रहा है.

इन टीमों के भी हिस्सा रहे हैं जाधव

केदार जाधव भारत के अलावा चेन्नई सुपर किंग्स, दिल्ली डेयरडेविल्स, इंडिया ए, कोच्चि टसकर्स, महाराष्ट्र और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर का हिस्सा रह चुके हैं.

बता दें कि देश के लिए 82 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले केदार जाधव ने खुद इस बात को कबूल किया है कि महेंद्र सिंह धोनी के कारण ही इतने मैच भारतीय टीम के लिए खेल पाए. लेकिन जाधव इसमें एमएस धोनी की तरफ़दारी नहीं है, क्योंकि केदार जाधव ने मिडिल आर्डर में नीचे बल्लेबाजी करते हुए भारत को कई मैच जिताए हैं. धोनी के साथ केदार जाधव मैच फिनिशर की भूमिका में रहे हैं, लेकिन कुछ मैचों में जीत नहीं दिलाने के चलते उनको टीम से बाहर भी होना पड़ा.

इंग्लैंड में खेले गए 2019 वर्ल्ड कप के बाद एमएस धोनी कभी भारत के लिए खेलने नहीं उतरे, लेकिन केदार जाधव को कुछ मौके मिले. लेकिन उसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया, क्योंकि वे न तो गेंद से कमाल दिखा पा रहे थे और न ही बल्लेबाजी में धमाल मचा पा रहे थे. इन्ही कुछ कारणों की वजह से वे टीम से बाहर हो गए.