रायपुर. प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के छत्तीसगढ़ दौरे पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया को उसकी निराशा का प्रकटीकरण करार दिया है. उन्होंने कहा, कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि भाजपा का छत्तीसगढ़ संगठन खत्म हो गया है इसलिए राष्ट्रीय नेता आ रहे हैं. पहले तो कांग्रेस यह बताए कि, क्या कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, मल्लिकार्जुन खड़गे छत्तीसगढ़ नहीं आएंगे? अगर आएंगे तो क्या छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन खत्म हो गया होगा, तब यहां दौरा करेंगे? जब रायपुर में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ तब देश भर के कांग्रेस नेता यहां आए. तब क्या कांग्रेस का छत्तीसगढ़ में संगठन खत्म हो गया था? इसका जवाब कांग्रेस तुरंत दे.

प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रहित और जनता हित के कार्य करती है और अपना रिपोर्ट कार्ड जनता के बीच ले जाती है. राहुल गांधी की तरह हम छत्तीसगढ़ की जनता से मुंह नहीं छुपाते. छत्तीसगढ़ के चुनाव में राहुल वादे कर गए. वादे पूरे नहीं हुए और दूसरे राज्यों में कहते हैं कि, छत्तीसगढ़ में 200 फूड पार्क बन गए. अमेठी में कहते हैं कि, उनका सपना भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में सच कर दिया. अगर ऐसा है तो राहुल छत्तीसगढ़ में आकर बताएं कि, कौन सा सपना सच हो गया? पूरे छत्तीसगढ़ के कर्मचारी आंदोलित हैं. महिलाएं शराबबंदी लागू होने का इंतजार कर रही हैं. युवा रोजगार के लिए तरस रहे हैं. भूपेश बघेल यहां भरोसे का सम्मेलन कराते हैं तो प्रियंका गांधी वाड्रा की जरूरत क्यों पड़ती है, इसका जवाब उन्हें देना चाहिए.

आगे केदार कश्यप ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में भाजपा नहीं बल्कि कांग्रेस और उसका संगठन अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है. कांग्रेस में संगठन नाम की कोई व्यवस्था नहीं रह गई है. यह पूरी तरह चरमरा चुका है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अपने पदाधिकारी नियुक्त करते हैं तो कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी उसे रद्द कर देती हैं. जिस मंत्री ने मुख्यमंत्री के विरुद्ध विभाग त्यागा, उसे उपमुख्यमंत्री बनाया जाना कांग्रेस की सत्ता के भीतर के संघर्ष का स्पष्ट प्रमाण है.

आगे उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता और संगठन दोनों ही जगह जिस तरह महाभारत में उलझी हुई है, उससे छत्तीसगढ़ राज्य कांग्रेस के लिए कुरुक्षेत्र बन गया है. भाजपा के राष्ट्रीय नेता छत्तीसगढ़ इसलिए आते हैं, क्योंकि वे छत्तीसगढ़ के विकास में सहभागी हैं. भाजपा ने ही छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया है, जबकि छत्तीसगढ़ के विकास में कांग्रेस की कोई भूमिका नहीं है. कांग्रेस को भाजपा के संगठन पर अपने मनोविकार उड़ेलने की जगह अपने संगठन के अस्तित्व को बचाना चाहिए. कांग्रेसी सत्ता तो जनता उखाड़ फेंकने के लिए तैयार बैठी ही है.

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