मॉर्डन टेक्नोलॉजी के चलते आज कल सीढ़ियां चढ़ना बहुत ही आसान हो गया है क्योंकि आजकल एक्सकलेटर के चलते काम बहुत ही आसान हो गया है. आजकल मॉल कल्चर भी बहुत बढ़ गया है और अक्सर हमारा यहां बच्चों के साथ जाना हकता ही है. लेकिन जब बात इसमें बच्चों के साथ जाने की आती है तो पेरेंट्स को थोड़ा सतर्क रहना पड़ता है. खासकर जब बच्चा छोटा हो तो और भी ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि चढ़ते या फिर एक्सकलेटर उतरते समय कई बार हादसे हो जाते हैं.

सोशल मीडिया पर भी कई सारे वीडियो वायरल होते हैं जिसमें एक्सकलेटर के कारण कई सारे हादसे होने लगते हैं. ऐसे में अगर आप बच्चे के साथ पहली बार एक्सक्लेटर में जा रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखें. आइए जानते हैं क्या-क्या है वो ध्यान देने वाली बातें.


अकेले न जानें दें 
बच्चे को कभी भी अकेला एक्सकलेटर पर न जाने दें. उन्हें हमेशा अपने साथ ही लेकर जाएं. अकेले जाकर बच्चे इसमें शरारतें करने लगते हैं जिसके कारण उन्हें नुकसान हो सकता है.

शूज लेस बांधकर लेकर जाएं
इसके अलावा एक्सकलेटर में बच्चे के साथ जाने से पहले इस बात का खास ध्यान दें कि बच्चे की शूज के लेस अच्छी तरह से बंधे हुए हों। शूज के लेस इसमें फंसने के कारण भी हादसा होने का खतरा बना रहता है.

ज्यादा भीड़ में न करें इस्तेमाल 
अगर एक्सकलेटर में भीड़ ज्यादा है तो भी इसका इस्तेमाल न ही करें। भीड़ ज्यादा होने के कारण अगर किसी का बैलेंस बिगड़ता है तो आप बच्चे के साथ किसी तरह के हादसे का शिकार भी हो सकते हैं. 
बच्चे को सेंटर में रखें 
बच्चे को हमेशा एक्सकलेटर के सेंटर में रखें। इसके अलावा यदि वह इधर-उधर जाते हैं तो भी उनका बैलेंस बिगड़ सकता है। जैसे यह बंद हो उसी समय बच्चे को इसके नीचे उतार दें नहीं तो जल्दबाजी में कोई परेशानी हो सकती है.
खेलने न दें 
बच्चे शरारती होते हैं और कई बार इसमें खेलने लग जाते हैं, क्योंकि ऑटोमेटिक ऊपर नीचे होने वाली ये सीढ़िया उन्हें बहुत मजेदार लगती है। ऐसे में बच्चे अगर एक्सकलेटर में खेलेंगे तो परेशानी खड़ी हो सकती है। इसके अलावा इसके साथ कोई शरारत भी नहीं करनी चाहिए बच्चे एक्सकलेटर के साथ खेलने लग जाते हैं और उसे ऊपर नीचे करना शुरु कर देते हैं लेकिन बच्चे को ऐसा करने से रोकें.

ज्यादा जोर से न खींचे 
इसके अलावा उन्हें एक्सलेटर में ले जाते समय ज्यादा जोर से उनका हाथ पकड़ कर न खींचे। कई बार पेरेंट्स बच्चों को जोर से पकड़ लेते हैं लेकिन इस तरह उन्हें पकड़ने से बच्चों का हाथ में मौजूद रेडियस बोन लिगामेंट में से हील जाता है जिस बाद में ठीक करते समय काफी परेशानी होती है इसलिए उन्हें एक्सकलेटर में इतनी जोर से न खींचे.