नई दिल्ली। दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों का दुनिया का सबसे बड़ा स्टार्ट अप इवेंट लॉन्च हुआ. बच्चों ने एंट्रप्रेन्योर्स (Entrepreneurs) के सामने अपने बिजनेस का प्लान रखा. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में इन्वेस्टर्स ने बच्चों के प्लान की सराहना की, साथ ही इन उद्यमियों ने बच्चों के बिजनेस में इन्वेस्ट भी किया. दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप प्रोग्राम के इस इवेंट का देश के महत्वपूर्ण  टीवी चैनलों पर लाइव प्रसारण हुआ. इस दौरान लाखों लोग ऑनलाइन भी जुड़े. अगले 7 सप्ताह तक दिल्ली के स्कूलों के बच्चे आंत्रप्रेन्योर्स के सामने अपना बिजनेस प्लान रखेंगे, जिसका देश के महत्वपूर्ण टीवी चैनलों पर LIVE टेलीकास्ट किया जाएगा.

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3 लाख बच्चों के 51,000+ बिज़नेस आइडियाज और 60 करोड़ रुपए की सीड मनी के साथ विश्व के सबसे बड़े स्टार्टअप प्रोग्राम बिज़नेस ब्लास्टर्स का टीवी पर सीधा प्रसारण होगा. ये प्रसारण हर रविवार शाम 7 बजे किया जाएगा. दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले भविष्य के एंत्रप्रेन्योर्स प्रसिद्ध उद्यमियों के सामने अपने सुपरहिट बिज़नेस आइडियाज शेयर करेंगे. इस मौके पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिज़नेस ब्लास्टर्स स्टूडेंट्स के बिज़नेस आइडियाज का लॉन्चपैड है. ये भविष्य में भारत को विकसित देश बनाने और हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा. ये प्रोग्राम दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे को जॉब सीकर्स के बजाय जॉब प्रोवाइडर्स बनाएगा. ये प्रोग्राम दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 11वीं-12वीं क्लास में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को निवेशकों के सामने अपने प्रोजेक्ट्स को प्रस्तुत करने और उन्हें अगले स्तर पर ले जाने के लिए इनवेस्टमेंट प्राप्त करने का अवसर देगा. ये इवेंट स्टूडेंट्स के उन शानदार बिज़नेस आइडियाज का गवाह बनेगा, जिन्हें 3 लाख स्टूडेंट्स के 51,000 आइडियाज में से चुना गया है.

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इवेंट के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा कि स्टूडेंट्स को अपने इनोवेटिव आइडियाज को प्रेजेंट करते हुए देखना उत्साहजनक था. मुझे उम्मीद है कि ये आइडियाज बड़े पैमाने पर सामाजिक प्रभाव लाने की क्षमता रखते हैं. उन्होंने कहा कि 11वीं-12वीं क्लास के स्टूडेंट्स के लिए शुरू किया गया ये प्रोग्राम देश की प्रगति का आधार बनेगा. इससे बच्चे नौकरी के पीछे नहीं भागेंगे, बल्कि इन बच्चों को नौकरियां देने के लिए कंपनियां लाइन में लगी होंगी. रविवार को प्रमुख टीवी चैनलों पर प्रसारित होने वाले इस इवेंट में तीन टीमें एक-दूसरे से कॉम्पटीशन कर रही थीं और इन तीनों टीमों ने अर्बन कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ अभिराज सिंह बहल और शीरोज की फाउंडर  सायरी चहल के सामने अपने प्लान को प्रस्तुत किया.
स्पीकस्टर्स की टीम को मिले 80 हजार रुपए
यश के नेतृत्व वाली पहली टीम ने अपने बिज़नेस आइडिया “स्पीकस्टर्स” को जजों के सामने रखा. स्पीकस्टर्स- उच्च गुणवत्ता, कम लागत और हाई परफॉरमेंस वाले ब्लूटूथ स्पीकर बेचते हैं. यश ने बताया कि स्पीकस्टर्स का हमारा आइडिया कोरोना के दौरान आया, जब हम अपने फोन पर अपनी ऑनलाइन क्लास करते थे और टीचर्स की आवाज ठीक ढंग से नहीं सुन पाते थे, तब हमने ये स्पीकर्स तैयार किए. हमने 6 महीने की वारंटी के साथ अपने स्पीकर की कीमत 299 रुपये रखी है. मेरी टीम न केवल प्रोडक्ट डेवलपमेंट पर बल्कि उसके मार्केटिंग पर भी काम कर रही है. ईएमसी के बिज़नेस मेंटरों ने हमें यह सीखने में मदद की, कि बिज़नेस चलाने के लिए फाइनेंशियल और मैनेजमेंट संबंधित पहलुओं को कैसे प्रबंधित किया जाए और हमने ऐसा किया भी, जिससे हमें अच्छे परिणाम मिले. उन्होंने हमारी कम्युनिकेशन को बेहतर करने का काम किया. इस बिजनेस आइडिया को कुल 80 हजार रुपए मिले.
हेबी नेचुरल को मिले 60 हजार रुपए
एक दूसरा आइडिया “हेबी कम्पोस्ट” हर्ष ने प्रेजेंट किया, जो कल्याणपुरी के एक मध्यमवर्गीय परिवार से है. चूंकि हर्ष की एंत्रप्रेन्योरशिप और पर्यावरणवाद में गहरी रुचि है, इसलिए उन्होंने दोनों को आपस में जोड़ दिया और हेबी कम्पोस्ट की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली खाद बनाकर विश्व को पर्यावरण के अनुकूल बनाना है. उन्होंने कहा कि “ईएमसी ने मुझमें अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने की रुचि जगाई है, जिसके बहुत सारे लाभ हैं. इसने मुझे एक लीडर बनने और अपनी टीम को गाइड करने और मुनाफा कमाने का मौका दिया है. हेबी नेचुरल की टीम को 60 हजार रुपए मिले.
डिवाइन क्रिएशन की टीम को मिले 50 हजार और 75 हजार की पेंटिंग का ऑर्डर
तीसरा बिज़नेस आइडिया 16 वर्षीय स्टूडेंट दिव्यांशी ने प्रेजेंट किया, जो अपनी साथी मिन्नी के साथ ‘डिवाइन क्रिएशन्स’ चला रही हैं. दिव्यांशी अपनी मां के आर्टिस्टिक स्किल्स से प्रेरित थी और अब ‘डिवाइन क्रिएशन्स’ के सोशल मीडिया पेज के माध्यम से खुद कलाकृतियां पेंट कर उन्हें बेचती हैं. बातचीत के दौरान दिव्यांशी ने कहा कि “कौन जानता था कि हम इस तरह से व्यापार कर सकते हैं. हमें 2,000 रुपये की सीड मनी दी गई थी और अपनी पेंटिंग्स से हम अब तक 30,000 रुपये का प्रॉफिट कमाने में सफल रहे हैं. बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम ने हमें वे चीजें सिखाई हैं, जो शायद हम कॉलेज के बाद सीखते हैं. हमने लोगों के साथ कम्युनिकेशन, कस्टमर मैनेजमेंट, वैल्यू ऑफ़ मनी और सबसे महत्वपूर्ण टाइम मैनेजमेंट करना सीखा. इस टीम को 50 हजार रुपए की सहायता के साथ 75 हजार रुपए का ऑर्डर भी मिल गया.

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बिजनेस ब्लास्टर्स 11वीं-12वीं कक्षा के लिए एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम (EMC) का एक प्रैक्टिकल कॉम्पोनेन्ट है और इससे दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स में टीम वर्क, लीडरशिप, ब्रेन-स्टोर्मिंग, क्रिटिकल-थिंकिंग स्किल्स विकसित करने के साथ-साथ सामाजिक चुनौतियों और व्यावसायिक अवसरों की पहचान करने, व्यावसायिक योजनाएं तैयार करने और अपने आसपास उन विचारों को लागू करने का अनुभव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इस प्रोग्राम के तहत सभी भाग लेने वाले स्टूडेंट्स को 2,000-2,000 रुपये की सीडमनी दी जाती है. स्टूडेंट्स, इंडिविजुअल या टीम्स में इस सीड मनी का उपयोग खुद का एंटरप्राइज शुरू कर प्रॉफिट कमाने या सोशल इम्पैक्ट पैदा करने के लिए करते हैं. प्रोग्राम के तहत जिन स्टूडेंट्स के आइडियाज को शॉर्टलिस्ट किया जाता है, उन्हें अर्बन कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ- अभिराज सिंह भाल, चायोस के फाउंडर- नितिन सलूजा और शीरोज़ की सीईओ और फाउंडर सैरी चहल सहित अन्य प्रसिद्ध एंत्रप्रेन्योरर्स व उद्यमियों के बीच अपने आइडिया को शेयर करने का मौका मिलता है.