नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल सरकार ने लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए महत्वाकांक्षी एचआईएमएस परियोजना के लिए 139 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है. इस परियोजना के तहत राष्ट्रीय राजधानी के सभी अस्पतालों को एक मंच पर लाया जाएगा.
बताया जा रहा है कि एचआईएमएस परियोजना के लागू होने के बाद दिल्ली देश का एकमात्र ऐसा राज्य बन जाएगा, जिसके पास ‘क्लाउड-आधारित स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली’ होगी. वर्तमान में स्वीडन और जर्मनी सहित चंद विकसित देशों में ऐसी प्रणाली उपलब्ध है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को एक कार्यक्रम में परियोजना का उल्लेख करते हुए कहा कि एचआईएमएस परियोजना का जिम्मा एक बहुराष्ट्रीय निगम दिया गया है.
उन्होंने बताया कि अब किसी को भी अस्पतालों में कतारों में खड़े होने की जरूरत नहीं होगी, आप फोन पर ही डॉक्टर से मिलने का समय ले सकेंगे और अपनी सुविधा के अनुसार जा सकेंगे. इसके अलावा बयान में बताया गया कि पहले चरण में दिल्ली सरकार दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में एचआईएमएस को जल्द से जल्द लागू करने की कोशिश कर रही है, इसके बाद चरणबद्ध तरीके से निजी अस्पतालों को भी जोड़ा जाएगा.
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क्या है परियोजना में खास
एचआईएमएस से दिल्ली के सभी अस्पतालों को जोड़ा जा रहा है, जिसमें अस्पतालों में मौजूद सुविधाएं एक ही पोर्टल के खोलते ही मिल जाएंगी. इस आम लोगों को तुरंत पता चला जाएगा कि किस अस्पताल में कितने बिस्तर खाली हैं, दवाओं का भंडार और कर्मचारियों की क्या स्थिति है, वेंटिलेटर की संख्या और चिकित्सा बुनियादी ढांचे का क्या हाल है.
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