नई दिल्ली। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों का वेतन बढ़ाने का आदेश जारी करते हुए उन्हें नववर्ष का तोहफा दिया है. बुधवार को दिल्ली अतिथि शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपमुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया से मुलाकात कर उन्हें अपने वेतन को बढ़ाने का ज्ञापन दिया था. इसे संज्ञान में लेते हुए केजरीवाल सरकार ने गुरुवार को शिक्षा निदेशालय को अतिथि एवं संविदा शिक्षकों का वेतन बढ़ाने के आदेश दिए. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पिछले 6 सालों में सरकार में आने के बाद से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्त्व में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों की स्थिति अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर हुई है.

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डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के अतिथि शिक्षकों ने दिल्ली में शिक्षा क्रांति लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और शिक्षा क्रांति के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार देश की एकमात्र ऐसी सरकार है, जहां अतिथि शिक्षकों को सम्मानजनक वेतन दिया जाता है. पिछले 4 सालों में महंगाई काफी बढ़ी है और कोरोना के कारण कई परिवारों को आर्थिक संकट का सामना भी करना पड़ा है. इसे देखते हुए शिक्षा निदेशालय को ये आदेश जारी किया गया है कि अतिथि और संविदा शिक्षकों के वेतन मानदेय में वृद्धि की जाए. उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार अपने शिक्षकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है. अतिथि शिक्षकों के वेतन और मानदेय में वृद्धि से वे अपना जीवन सम्मान के साथ जीने में सक्षम होंगे और बेहतर ढंग से शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं देते रहेंगे.