सत्या राजपूत, रायपुर। कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन में सबसे ज्यादा किसी की जिम्मेदारी बढ़ गई है तो वह पुलिस की है. जिन्हें इस महामारी से दूसरों को सुरक्षित रखने के साथ खुद को भी सुरक्षित रखना है. ऐसे में रायपुर पुलिस के प्रयोगधर्मी डीएसपी सतीश ठाकुर ने ‘केन सैनिटाइजर’ का ईजाद कर पुलिसकर्मियों के काम को बहुत आसान कर दिया है.

‘केन सैनिटाइजर’ शब्द हम सबके लिए नया है, क्योंकि ईजाद भी अभी हुआ है. इसका इजाद करने वाले रायपुर पुलिस में डीएसपी सतीश ठाकुर बताते हैं कि मूवमेंट, चेकिंग के अलावा पेट्रोलिंग और रोड मार्च के दौरान इन दिनों सैनिटाइजर का इस्तेमाल अनिवार्य हो गया है. लेकिन इसे लिए-लिए फिरना एक समस्या थी, जिसे ध्यान में रखते हुए उन्हें केन सैनिटाइजर के बारे में विचार आया.
डीएसपी ठाकुर बताते हैं कि ‘केन सैनिटाइजर’ के केन को छोड़कर बाकी की सामग्री घर में आसानी से उपलब्ध सामग्रियों से किया है. स्प्रेयर के तौर पर कोलिन के ऊपर के हिस्सा का इस्तेमाल किया है, तो केन में डालने के लिए आरओ में लगने वाले लंबे पाइप का इस्तेमाल किया है. स्पेयर को फिट करने के लिए सॉफ्टड्रिंग के बोटल के ऊपरी चूड़ी वाले हिस्से का इस्तेमाल करते हुए केन से चिपका दिया है. इस तरह से इस केन सैनिटाइजर के लिए खर्चा शून्य मान सकते हैं.

इस केन सैनिटाइजर में एक बार में 650 मिली सेनिटाइजर आ जाता है, जिसे लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है, बार-बार बाटल या सैनिटाइजर बदलने की जरूरत ही नहीं है. डीएसपी ठाकुर बताते हैं कि अभी एक ही केन सैनिटाइजर का निर्माण किया है, लेकिन आने वाले समय में इसे और बनाने का विचार है.

प्रयोगधर्मी हैं डीएसपी सतीश ठाकुर

डीएसपी सतीश ठाकुर पुलिस में एक जिम्मेदार पद को बखूबी निभाने के साथ-साथ एक रचनात्मक प्रयोगधर्मी इंसान भी है. उन्होंने केन सैनिटाइजर से पहले पुलिस कर्मियों के लिए स्मार्ट जैकेट का निर्माण कर चुके हैं, जो ट्रैफिक सिग्नल के साथ अटैच रहता है, ट्रैफिक सिग्नल के साथ ही जैकेट का कलर लाल, पीला और हरा हो जाता है. इसी तरह से एस-3 (स्मार्ट स्टापिंग सिस्टम) का भी इजाद किया है, जिसका इस्तेमाल राजधानी केएसआरपी चौक में किया जा रहा है. इसमें स्टापिंग लाइन से गाड़ी के आगे बढ़ते ही वार्निंग अलार्म बजने लगता है. इससे गाड़ी चालक अपने वाहन को पीछे कर लेता है.