69000 शिक्षकों की भर्ती मामले में आरक्षण विसंगतियों को दूर कर नए सिरे से मेरिट सूची बनाए जाने के कोर्ट के आदेश के बाद अब सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. अभ्यर्थियों का हमदर्द बताने को दोनों ही पक्षों के बीच एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं.
दरअसल, रविवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट कर इशारों-इशारों में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पर तंज कसा है. अखिलेश यादव ने कहा कि दर्द देने वाले दवा देने का दावा न करें. 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में उत्तर प्रदेश के एक कृपा-पात्र उप मुख्यमंत्री का बयान भी साजिशन है. पहले तो आरक्षण की हकमारी में खुद भी सरकार के साथ संलिप्त रहे और अब जबकि युवाओं ने उन्हीं के खिलाफ लड़कर, लंबे संघर्ष के बाद इंसाफ पाया तो अपने को हमदर्द साबित करने के लिए आगे आकर खड़े हो गए.
वहीं अखिलेश यादव के बयान केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि पहले कई बार अभ्यर्थी उनसे मिल चुके हैं. हर बार मैंने यही आश्वासन दिया कि कोर्ट के निर्णय को अक्षरश: लागू कराया जाएगा. सपा की साइकिल पंचर होने वाली है और यह सैफई जाएगी. अखिलेश दोधारी तलवार लेकर चलते हैं तो मैं चारधारी तलवार लेकर चलता हूं.
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