स्वतंत्रता दिवस के करीब आते ही खालिस्तानी समर्थक और आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू फिर से सक्रिय हो गया है. इस बार पन्नू ने अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए भारतीय सेना में भर्ती सिख सैनिकों को निशाना बनाया है.

पन्नू ने सिख सैनिकों को पैसों का लालच देकर देशभक्ति के खिलाफ उकसाने की कोशिश की है. विदेश में रहते हुए, पन्नू ने विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट्स पर एक नया वीडियो वायरल किया है. सिख फॉर जस्टिस के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इस वीडियो में कहा है कि सिख सैनिकों, यह भारत का 78वां स्वतंत्रता दिवस है, लेकिन आप, आपका परिवार और सिख समुदाय आज भी स्वतंत्र नहीं हैं और गुलामी में जी रहे हैं.


पन्नू ने सिख सैनिकों को 1984 की घटनाओं को नहीं भूलने का आग्रह किया है, जब स्वर्ण मंदिर पर हमला हुआ था और सिखों का नरसंहार हुआ था. उसने कहा कि आज भी दिल्ली में सिखों की विधवा कॉलोनी मौजूद है. पन्नू ने यह भी दावा किया कि सिख सैनिकों की पगड़ी और टोपी में कोई अंतर नहीं है. यदि सिख सैनिक स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा जलाते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकते हैं, तो उन्हें 5 लाख डॉलर का इनाम दिया जाएगा.


विदेश में छिपा हुआ पन्नू पिछले कई वर्षों से भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है और वांछित है. उसने अपने वीडियो में दावा किया है कि अगर सिख सैनिक स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा जलाते हैं, तो वह उन्हें पांच लाख डॉलर देगा.