खालिस्तानी हिंसक चरमपंथी समूह उन कई आतंकवादी संगठनों में शामिल हैं, जिन्हें कनाडा से वित्तीय सहायता मिल रही है। कनाडा सरकार की आतंकवाद वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग पर जारी रिपोर्ट में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन उन खालिस्तानी समूहों में शामिल हैं जिन्हें कनाडा से वित्तीय सहायता मिली है। इस रिपोर्ट ने भारत की खालिस्तान आतंकवाद की चिंता को बढ़ा दिया है।

रिपोर्ट में क्या-क्या कहा गया है?

न्यूज18 के अनुसार रिपोर्ट में कहा गया है, ‘कनाडा में राजनीतिक रूप से प्रेरित हिंसक उग्रवाद (PMVE) श्रेणी में आने वाले आपराधिक संहिता में सूचीबद्ध कई आतंकवादी संगठनों को कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों ने कनाडा से वित्तीय सहायता लेते हुए देखा है। इन संगठनों में हमास, हिजबुल्लाह और बब्बर खालसा इंटरनेशनल और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन शामिल हैं।’ रिपोर्ट के अनुसार, खालिस्तानी चरमपंथी समूह पंजाब में एक स्वतंत्र राज्य स्थापित करने के लिए हिंसा का सहारा ले रहे हैं।

खालिस्थानी समूहों का कनाडा में था व्यापक वित्तीय नेटवर्क

रिपोर्ट के अनुसार, इन आतंकी समूहों का पहले कनाडा में व्यापक वित्तीय नेटवर्क था, लेकिन अब ऐसा प्रतीत होता है कि इनमें ऐसे व्यक्तियों का छोटा समूह शामिल है जो इस मुद्दे के प्रति निष्ठा रखते हैं, लेकिन किसी विशिष्ट समूह से उनका कोई विशेष संबंध नहीं है। ऐसे संगठनों अपनी गतिविधियों के लिए धन जुटाने के लिए अन्य साधनों के अलावा गैर-लाभकारी संगठनों का भी उपयोग करते हैं। यह किसी भी देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं।

NPO के जरिए धन एकत्र करते हैं संगठन

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि धर्मार्थ और गैर-लाभकारी संगठनों (NPO) के क्षेत्रों का दुरुपयोग हमास और हिज़्बुल्लाह द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक प्रमुख वित्तपोषण पद्धति के रूप में देखा गया है। खालिस्तानी हिंसक चरमपंथी समूह भी प्रवासी समुदायों से दान जुटाने और धन हस्तांतरित करने के लिए NPO नेटवर्क का उपयोग करने के लिए जाने जाते हैं। बता दें कि कनाडा में NPO को मनी लान्ड्रिंग और आतंकवादी वित्तपोषण का कोई खतरा नहीं है।

रिपोर्ट में किया गया है खालिस्तानी आतंकवाद का उल्लेख

रिपोर्ट में खालिस्तानी आतंकवाद का भी उल्लेख किया गया है, क्योंकि कनाडा में मार्क कार्नी सरकार के सत्ता में आने के बाद से भारत-कनाडा संबंधों में धीरे-धीरे सुधार हुआ है। तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के प्रयासों के तहत भारत और कनाडा ने पिछले महीने एक-दूसरे के देशों में नए उच्चायुक्तों की घोषणा की। इससे पहले, पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के हरदीप निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने के आरोपों से दोनों देशों के रिश्ते खराब हो गए थे।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m