
खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से एक बेहद ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। आरोपी तस्करी से पहले जंगली छिपकली (Monitor Lizard) के प्राइवेट पार्ट (जननांग) की पूजा करते थे। आरोपियों का मानना है कि इससे तस्करी में सफलता मिलती है और पकड़े जाने का खतरा भी कम होता है।
एमपी के खंडवा जिले में वन विभाग ने सागौन तस्करी के बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। खंडवा वन मंडल के आंवलिया परिक्षेत्र में वन विभाग ने छापेमारी कर तस्करी में शामिल लोगों को पकड़ा। गैंग के सरगना कपिल विश्नोई को भी दबोचा गया है। सरगना की गिरफ्तारी के बाद एक और आरोपी दीपक पिता रामसिंग कोरकू को गिरफ्तार किया गया।
ये भी पढ़ें: फूफा ने भतीजी को बनाया हवस का शिकार: नहाने के बहाने ले गया, नर्मदा नदी किनारे किया दुष्कर्म, आरोपी फरार
आरोपी दीपक ने पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है। दीपक ने कबूल किया कि गैंग के सभी लोग जंगल में पेड़ों की कटाई से पहले वन्यजीव मॉनिटर लिजार्ड के जननांग की पूजा करते थे। फिर तस्करी की वारदात को अंजाम देते थे। वन विभाग ने आरोपी की निशानदेही पर जंगल से वन्यजीवों के अंग बरामद किए।
ये भी पढ़ें: नकली SDM बनी बीजेपी नेत्री: पति संग कर रही थी अवैध वसूली, पुलिस ने किया गिरफ्तार, कई बड़े नेताओं के साथ फोटो
वहीं गिरफ्तार आरोपी दीपक ने पूछताछ में गैंग के अन्य सदस्यों के नाम भी बताया है। इसमें बृजमोहन उर्फ बिरजू पटेल, गणेश उर्फ कुप्पा, विजय पंडित, मंगू सरदार और हरि पवार बंजारा शामिल है। इस गिरोह का नेटवर्क हरदा जिले तक फैला हुआ है। जहां तस्करी का अवैध माल सप्लाई किया जाता था। वन विभाग ने फिलहाल इस गैंग के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। फॉरेस्ट अफसरों का कहना है कि गिरोह के बाकी सदस्यों को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें