इमरान खान, खंडवा। मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह ने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयान का समर्थन किया हैं। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के चुंबन वाले बयान पर शाह ने कहा कि ‘मेरी सगी बहन भी है तो क्या मैं उसे सार्वजनिक रूप से चुंबन लूंगा ? एक बार आप खुद ट्राय कर के देख लीजिए। उन्होंने यह भी कहा कि ये हमारी संस्कृति नहीं है, आप अपने घर में करें चौराहे पर नहीं।’

मंत्री विजय शाह ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को लेकर दिए कैलाश विजयवर्गीय के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हर समाज और हर जाति में रीति रिवाज, संस्कार और बोल चाल और भाषा अलग अलग है। हिन्दुस्तानी संस्कृति में कई चीजों को हम अच्छा नहीं मानते। हिन्दुस्तानी संस्कृति में कैलाश जी ने सही बोला। वहीं पास में बैठी विधायक कंचन तनवे की तरफ इशारा कर विजय शाह ने कहा कि ये मेरी सगी बहन भी है तो क्या मैं सार्वजनिक रूप से चुंबन लूंगा ? ये एक बार आप खुद ट्राय कर देख लीजिए। शाह ने आगे कहा कि ये हमारी संस्कृति नहीं है, हमारी सभ्यता नहीं है। हमारी परम्परा, हमारे रीति रिवाज, हमारे संस्कार नहीं है, जो सिखाते हैं, वो अपने घर में करें, चौराहे पर नहीं।

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शाजापुर में कही थी ये बात

दरअसल, गुरुवार (26 सितंबर) को नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय शाजापुर दौरे पर थे। जहां उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर प्रबुद्धजन संगोष्ठी के आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कहा था कि ‘मेरे पिताजी अपनी बहन के गांव का पानी भी नहीं पीते थे और आज के हमारे नेता प्रतिपक्ष ऐसे हैं जो अपनी जवान बहन को चौराहे पर चुंबन कर लेते हैं। मैं आपसे पूछना चाहता हूं आप में से कोई ऐसा है जो अपनी जवान बहन या बेटी को सार्वजनिक रूप से चुंबन कर लेते हैं।’ ये संस्कारों का अभाव है, ये संस्कार विदेश की संस्कृति के है, भारत हमारे देश की संस्कृति के आधार पर चलेगा।’

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बवाल के बाद दी सफाई

मंत्री कैलाश के इस बयान के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई। वहीं बवाल के बाद विजयवर्गीय ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि ‘पंडित दीनदयाल जी की जयंती थी। मैंने भारतीय संस्कृति और विदेशी संस्कृति की बात कही है। पंडित दीनदयाल जी ने मानव दर्शन किया है, जो दिया है भारतीय संस्कृति के अनुरूप दिया है। मैं किसी रिश्ते की पवित्रता पर प्रश्न चिन्ह नहीं उठा रहा हूं। सब रिश्ते पवित्र है, लेकिन एक मर्यादा है, मैं उसकी बात कर रहा हूं। भाई बहन का पिता बेटी का पवित्र रिश्ता है, मैं एक मर्यादा की बात कर रहा हूं।’

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मुद्दा बनाना सही नहीं- नगरीय प्रशासन मंत्री

उन्होंने आगे कहा कि ‘बाकी संबंध प्रेम के हैं। मैं भी अपनी बहन का सर चूमता हूं ऐसी बात नहीं है। मैंने ये कहा विदेशों में ये चलता हमारे यहां नहीं चलता है। आप भी बीच चौराहे पर ऐसा नहीं कर सकते। रिश्तों की पवित्रा पर कोई सवाल नहीं उठाया हूं।’ मंत्री ने यह भी कहा कि ‘मेरे भाषण को टुकड़ो-टुकड़ो में न ले और इश्यू बना ले ये सही नहीं है।’

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