इमरान खान, खंडवा। शहर में पीने के पानी के लिए बिछाई गई करोड़ों रुपए की नर्मदा जल योजना एक बार फिर चर्चाओं में है। बताया जा रहा है कि जब से इस योजना की पाइप लाइन डाली गई, तब से आज तक करीब 450 से ज्यादा बार इसकी पाइप लाइन फूट चुकी है। अब इसका नाम गिनीज ऑफ वर्ल्ड बुक में दर्ज कराने के लिए कांग्रेस पार्षद और नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष दीपक राठौड़ ने आवेदन दिया है।

कांग्रेस पार्षदों ने मांगे दस्तावेज

गिनीज बुक के अधिकारियों ने इसके सत्यापित दस्तावेज मांगे है। कांग्रेस पार्षदों ने कलेक्टर की जनसुनवाई में आवेदन देखकर नर्मदा जल योजना की पाइप लाइन 2009 से आज दिनांक तक कितनी बार फूटी है, इसकी लिखित में जानकारी मांगी है। ताकि इसका नाम गिनीज बुक में दर्ज कराया जा सके।

12 सालों में 450 बार से ज्यादा बार फूटी पाइप लाइन

कांग्रेस पार्षदों ने आरोप लगाया कि करीब 12 साल से ज्यादा नर्मदा जल की लाइन लगे हुए हो गए हैं। इन 12 सालों में 450 बार से ज्यादा बार इसकी मुख्य पाइप लाइन फूट चुकी है। इसलिए हमने गूगल के माध्यम से गिनीज ऑफ वर्ल्ड बुक के लोगों से कांटेक्ट किया। उन्हें बताया कि किस तरह शहर को पानी पिलाने के लिए बिछाई गई पाइप लाइन 450 से ज्यादा बार फूट चुकी है। 

निगम नेता प्रतिपक्ष बोले- गिनीज बुक वालों ने दिया सात दिन का समय

नगर निगम नेता प्रतिपक्ष दीपक राठौर ने कहा, ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड वालों ने सात दिन का समय दिया है और कहा कि आप संबोधित डिपार्टमेंट से बार-बार पाइप लाइन फूटने के लिखित दस्तावेज लेकर हमारे पास जमा कर दीजिए। अगर आपकी बात सही हुई तो ये इससे हम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में शामिल कर लेंगे। इसलिए आज कांग्रेस के पार्षदों ने कलेक्टर को आवेदन देकर नर्मदा जल योजना की पाइप लाइन फूटने की संख्या की लिखित में जानकारी मांगी। आश्वासन मिला है कि नगर निगम से हमें जल्द ही इसके दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएंगे।’

कलेक्टर बोले- पाइप डालने का काम आखिरी चरण में 

वहीं कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने मामले को लेकर कहा, ‘आज जनसुनवाई में कांग्रेस पार्षद अपनी दो मांगों को लेकर आए थे। उनकी पहली मांग थी कि वार्डों में काम नहीं हो रहे हैं। दूसरी शिकायत नर्मदा जल योजना की पाइप लाइन फूटने की थी। बार-बार लाइन फूटने पर नगर निगम लगातार काम कर रहा है। नई लाइन डालने का काम लगभग आखिरी चरण पर है। जल्द ही यह समस्या दूर हो जाएगी। कांग्रेस पार्षदों ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड के लिए जानकारी मांगी है। ये विपक्ष का काम है, नए-नए तरीकों से करना।’

 2008 में लाई गई थी नर्मदा जल योजना 

बता दें कि, खंडवा शहर में पीने के पानी के लिए 2008 में नर्मदा जल योजना लाई गई थी। जिसका काम 2013 पूरा हो चुका था। लेकिन तब से लेकर अभी तक ये कई बार फुट चुकी है। जिससे पूरे शहर में जल संकट बना रहता है। कांग्रेस इसमें भ्रष्टाचार के आरोप लगाया रही है। 

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