मुंबई के खारघर में एक मुस्लिम संगठन के कार्यक्रम के बाद एक हिंदू लड़के की मौत का मामला अब सियासी रूप लेता जा रहा है. महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितेश राणे(Nitesh Rane) ने कहा कि सरकार आरोपियों को जल्द से जल्द सजा देगी और मुस्लिम संगठनों के इज्तिमा जैसे कार्यक्रमों पर रोक लगानी चाहिए.

मृतक के परिजनों ने मंत्री नितेश राणे के सामने हाथ जोड़कर कहा “उन्होंने घर के लाडले को खोया है. मृतक शिवकुमार शर्मा की सिर्फ चार बहने हैं जो अब इंसाफ की गुहार लगा रही हैं,” महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितेश राणे ने नवी मुंबई निवासी मृतक शिव कुमार शर्मा के घर जाकर पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि उन्हें न्याय मिलेगा. राणे ने कहा कि ये घटना हिंदुओं के खिलाफ एक ‘साजिश’ है और सरकार आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी.

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मुस्लिम संगठन पर बैन लगाने की मांग

मंत्री नितेश राणे ने फडणवीस सरकार को खत लिखकर इस मुस्लिम संगठन पर बैन लगाने की मांग की. उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड की जांच होनी चाहिए और शिव कुमार की जान बूझकर हिंदुओं को निशाना बनाने का मामला है.

‘शिव की मौत घटना नहीं, हत्या है’

मृतक के रिश्तेदारों का दावा है कि कार्यक्रम के समाप्त होते ही बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सड़कों पर निकल पड़े. इस दौरान 40 वर्षीय शिव कुमार शर्मा को रास्ते में बाइक लड़ने को लेकर कुछ लड़कों ने हेलमेट से इतना मारा कि उसे अस्पताल ले जाना पड़ा, जहां बाद में उसे मरने की खबर आई.

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मृतक के रिश्तेदार ध्रुव शर्मा का दावा है कि शिव कुमार शर्मा की जान बूझकर हत्या हुई है. हत्या का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ लड़के शिव कुमार शर्मा को मारते हुए दिखाई देते हैं. इसे एक्सीडेंट नहीं माना जा सकता.

मुस्लिम संगठन के समर्थन में उतरे अबू आजमी

समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा “नितेश राणे महाराष्ट्र में सांप्रदायिकता को बढ़ावा देना चाह रहे हैं. जिस मुस्लिम संगठन पर वह बैन लगाने की मांग कर रहे हैं, उस पर लगाए गए इल्जाम गलत हैं. वह नौजवानों को सही राह पर लाने, सरकार की मदद करने का काम करती है. किसी को भड़काने का नहीं,”

आंदोलन की चेतावनी

फिलहाल, घटना के बाद पीड़ित परिवार और उसके समाज के लोग बेहद आक्रोशित हैं और मुंबई पुलिस उनकी कोई मदद नहीं कर रही है. चार दिन बीत गए हैं, लेकिन पुलिस ने आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है. लोगों ने पुलिस को चेतावनी दी है कि अगर आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे उतरकर आंदोलन करेंगे.

दरअसल, यह मामला 31 जनवरी से 2 फरवरी 2025 का है, जब मुस्लिम संगठन इज्तिमा ने नवी मुंबई के खारघर में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें मौलाना साद का भाषण था. बहुत से लोगों ने इज्तिमा की भी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, साथ ही खारघर रेलवे स्टेशन पर भीड़ की भी.