हर्षराज गुप्ता, खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन में लोग 52 परियों पर खुलेआम दांव लगा रहे हैं। लेकिन हाल ही में पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 9 आरोपियों को जुआ खेलते हुए पकड़ा है। हैरान करने वाली बात यह है कि अपराध रोकने वाले थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी के संरक्षण में ही ही जुए का फड़ संचालित कराए जाने की बात सामने आई है। जिसके बाद ख़ुफ़िया तंत्र की और से DIG सिद्धार्थ बहुगुणा को इसकी भनक लगी और उन्होंने एसपी को धर पकड़ कार्रवाई करने के आदेश दिए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस के खुफिया तंत्र और डीआईजी स्तर तक सूचना पहुंचने के बाद जुआ-सट्टा पर अंकुश लगाने के लिए उच्च अधिकारियों ने सख्त निर्देश जारी किए। निर्देश मिलते ही थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी सक्रिय हुए और अहिरखेड़ा क्षेत्र में अवैध जुआ खेलने वालों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की गई।
दरअसल, 18 नवंबर को गोगावां थाना क्षेत्र अंतर्गत चौकी अहिरखेड़ा में पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि पीपरी तालाब के पास कुछ लोग हार-जीत का दांव लगाकर जुआ खेल रहे हैं। सूचना मिलते ही चौकी अहिरखेड़ा और थाना गोगावां-सेगांव की संयुक्त पुलिस टीम बनाई गई और बताए गए स्थान पर घेराबंदी कर दबिश दी गई।
दबिश के दौरान पुलिस ने मौके से जुआ खेलते 9 आरोपियों को पकड़ा। कृष्णा निहाले, प्रभु निहाले, अमजद मंसुरी, लखन चौहान, अमीन हबीब, सुरेश राठौर, पुष्पेंद्र बड़ोले, विमल निहाले और लोकेश वर्मा के कब्जे से 1 लाख 6 हजार 600 रुपए, 52 ताश पत्ते और 12 मोटरसाइकिल जब्त की गई है। जिनकी कुल कीमत लगभग 7,56,600 रुपये आंकी गई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बिट्टू सहगल ने बताया कि गोगावां थाना क्षेत्र अंतर्गत चौकी अहिरखेड़ा में पीपरी तालाब के पास कुछ लोग पैसों का दांव लगा रहे थे। पुलिस ने दबिश दी तो मौके पर लोग गोल घेरा बनाकर जुआ खेल रहे थे। 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। 2 अन्य नामजद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उनमें से कुछ लोग फरार भी हो गए हैं। फरार 2 आरोपियों को भी जल्द पकड़ा जाएगा।
सूत्रों की माने तो पुलिस की खुफिया तंत्र ने डीआईजी को मामले की जानकारी दी थी। जिसके बाद अधिकारी हरकत में आए और अवैध रूप से चल रहे हुए पर कार्रवाई की। बताया जाता है कि गोगावा थाना प्रभारी रोमेड और अहीर खेड़ा चौकी प्रभारी भोजराज परमार के संरक्षण में अवैध रूप से जुआ का संचालन हो रहा था। मामले की शिकायत होने के बाद कार्रवाई की गई है।
चौकी प्रभारी पर महिला को मारने के लिए दौड़ने का लग चुका है आरोप
बता दें कि बीते अक्टूबर महीने में गांव चौड़ी में पटाखे फोड़ने के विवाद में ज्योति पटेल नामक महिला अहीरखेड़ा चौकी पहुंची थी। लेकिन उसका कहना था कि उसकी शिकायत नहीं लिखी जा रही है। जब उसने शिकायत लिखने के लिए बार-बार दबाव बनाया तो पुलिस वाले उसे भगाने लगे। इस दौरान थाने में लंबे समय से पदस्थ आरक्षक विमल यादव महिला को मारने के लिए दौड़ पड़ा। हालांकि मामला उस सब दब गया था। लेकिन इसका एक वीडियो अब सामने आया है, जिसके बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे हैं। जब शिकायत पुलिस ही शिकायत की वजह बन जाए तो आम आदमी किसके पास न्याय की गुहार लगाएगा?
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