नई दिल्ली। गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद पिछले हफ्ते हरियाणा में भड़की हिंसा को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस्तीफा देने से साफ इंकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में पूरी तरह से शांति है. खट्टर ने आज दिल्ली में पार्टी सुप्रीमो अमित शाह से मुलाकात के बाद खट्टर ने पत्रकारों से बातचीत में ये बात कही.
खट्टर ने उन आरोपों को गलत बताया कि बीजेपी ने डेरा प्रमुख से सभी केस वापिस लेने का सौदा हुआ था. गुरमीत राम रहीम की बेटी हनीप्रीत ने आरोप लगाया था कि चुनाव में बीजेपी से वोट के बदले केस वापिस लेने का सौदा हुआ था.
हरियाणा में डेरा चीफ गुरमीत राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद मनोहर लाल खट्टर पर इस्तीफे की मांग उठने लगी थी. हाईकोर्ट ने उन पर तल्ख टिप्पणी की थी कि उन्होंने जानबूझकर हरियाणा को जलने दिया ताकि राजनीतिक लाभ मिल सके.
लेकिन सीएम ने आज कहा कि जो कोर्ट का आदेश था हमने उसी का पालन किया. पूरे संयम और धैर्य के साथ स्थिति को संभाला. कोई कुछ भी कहे हम अपने काम से संतुष्ट हैं. विपक्ष के इस्तीफा मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई इस्तीफा मांगता है तो मांगता रहे.
गौरतलब है कि हरियाणा के पंचकूला शहर को पड़ोसी चंडीगढ़ का शांतिपूर्ण विकल्प माना जाता है. लेकिन शुक्रवार को हजारों डेरा समर्थकों ने यहां जबदस्त उत्पात मचाया. जिसमें कई की मौत हो गई. दो सौ से अधिक घायल हो गए तथा करोड़ों की संपत्तियों को नुकसान पहुंचा. पंचकूला में रात में हुई हिंसा के बाद शनिवार सुबह सारे प्रतिष्ठान बंद रहे, सड़कों पर जले हुए वाहन नजर आ रहे थे.
स्थानीय निवासियों ने बताया कि खट्टर, जो पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक विचारक थे, वे 2014 के अक्टूबर में राजनीतिक अनुभव नहीं होने के बावजूद मुख्यमंत्री बन गए. वे हजारों हिंसक डेरा अनुयायियों पर कार्रवाई करने में नाकाम रहे जिन्होंने शहर में तबाही मचाई.