Kheri Lok Sabha Election 2024. लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए उत्तर प्रदेश की 13 सीटों में आज सुबह से वोटिंग जारी है. इन सीटों में सबसे चर्चित सीट खीरी लोकसभा सीट है. यहां से लखीमपुर हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के पिता अजय मिश्रा टेनी चुनावी मैदान में हैं. भाजपा ने जब इनको दोबारा टिकट दिया तो किसानों ने विरोध जताया था. अब इस सीट पर भाजपा अजय मिश्रा टेनी और सपा के उत्कर्ष वर्मा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. वहीं बसपा ने अंशय कालरा को मैदान पर उतारा है.

इनके अलावा लखीमपुर खीरी लोकसभा क्षेत्र से कुल 11 प्रत्याशी मैदान में हैं. करीब 18 लाख से अधिक मतदाता मतदान करेंगे. बता दें कि पिछले एक दशक से इस सीट पर भाजपा का कब्जा है. सत्तारूढ़ भाजपा ने अपने मौजूदा सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा उर्फ टेनी (63 वर्ष) को मैदान में उतारा है, जो तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं और अपनी जीत की हैट्रिक दर्ज करने की उम्मीद कर रहे हैं. 

बता दें 25 सितंबर, 2021 को लखीमपुर खीरी की पलिया तहसील के संपूर्णानगर में एक किसान गोष्ठी में अजय मिश्र “टेनी” मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. इस कार्यक्रम में अजय मिश्र के भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ जिसमें वे किसानों को चेतावनी देते हुए कहते हैं, “आओ मेरा सामना करो, मैं तुम्हें सुधार दूंगा.” मिश्र के इस बयान के बाद से किसान आक्रोशि‍त थे और वे 3 अक्टूबर, 2021 को लखीमपुर के तिकुनिया कस्बे में उपमुख्यमंत्री के सामने अपना विरोध दर्ज कराने पहुंचे थे. तिकुनिया से बेलराया रोड पर किसानों और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा “टेनी” के बेटे आशीष मिश्र के काफिले के बीच हिंसक टकराव हुआ जिसमें चार किसान समेत 8 लोग मारे गए थे. 

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सपा ने अपने पूर्व लखीमपुर विधायक 38 वर्षीय उत्कर्ष वर्मा मधुर को टिकट दिया है, जो इससे पहले 2010 में लखीमपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सबसे कम उम्र के विधायक चुने गए थे. पिछले चुनाव 2019 में खीरी लोकसभा सीट में भाजपा के अजय मिश्रा टेनी ने सपा की डॉ. पूर्वी वर्मा को हराया था. इसके बाद अब भाजपा ने फिर अजय मिश्रा टेनी को टिकट दिया है. इस चुनाव में किसानों ने अजय मिश्रा टेनी का विरोध किया है. बताया जा रहा है कि इस बार लखीमपुर हिंसा का प्रभाव चुनाव में पड़ेगा तो अजय मिश्रा टेनी को हार का सामना करना पड़ सकता है.

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