पटना। भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव बिहार विधानसभा चुनाव में किस्मत आज़माने निकले थे, लेकिन राजनीति के पहले ही पड़ाव पर उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। छपरा सीट से राजद उम्मीदवार के रूप में उतरे खेसारी लाल को भाजपा प्रत्याशी छोटी कुमारी ने 7,594 वोटों से मात दे दी। चुनावी रैलियों के दौरान खेसारी के कई बयानों ने उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया। खासकर राम मंदिर को लेकर दिया गया उनका वक्तव्य- राम मंदिर में पढ़कर कोई मास्टर या प्रोफेसर बन जाएगा? सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और विरोधियों ने इसे हथियार बना लिया। छपरा की जनता को यह बयान रास नहीं आया और उन्होंने वोटों के जरिए अपना संदेश साफ दे दिया।
चुनाव हार के बाद दिखा बदला रूप
हार के बाद खेसारी अब पहले से बिल्कुल अलग नजर आ रहे हैं। कल तक राम मंदिर पर सवाल उठाने वाले खेसारी चुनाव खत्म होते ही अचानक रामभक्ति में डूब गए। उन्होंने विवाह पंचमी के अवसर पर परिवार संग भगवान श्रीराम, माता सीता और हनुमान जी की पूजा करते हुए वीडियो एक्स (Twitter) पर साझा किया। वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा प्रभु श्रीराम और माता जानकी से यही प्रार्थना कि सबके जीवन में शांति रहे और अयोध्या समेत पूरे भारत में धर्म-ध्वज ऊँचा लहराता रहे। जय श्रीराम!
सोशल मीडिया पर उठे सवाल
उसी दिन यह पोस्ट आया जिस दिन प्रधानमंत्री अयोध्या में धर्मध्वज की स्थापना कर रहे थे। लोगों ने इसे संयोग नहीं माना और इंटरनेट पर तंज कसते हुए लिखा- चुनाव खत्म अब खेसारी लाल को राम याद आ गए। प्रचार के वक्त खेसारी को उनके गीतों बयानों और अग्नि-मुखी प्रतिक्रियाओं के कारण विपक्ष और भाजपा नेताओं ने घेरा। नचनिया कहे जाने पर उन्होंने भी तीखा पलटवार किया पर अंततः ये विवाद ही उनके लिए नुकसानदेह साबित हुए।
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