दिलशाद अहमद, सूरजपुर. जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र में मासूम की हत्या कर फिरौती मांगने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बीते 29 जनवरी को प्रतापपुर से लापता हुए 10 साल के रिशु के शव का अवशेष रविवार को पुलिस ने जंगल से बरामद किया था. इसके बाद बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और आरोपियों को फांसी देने और उनके घरों को तोड़ने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया. इसी बीच आज पुलिस अधीक्षक सूरजपुर एमआर अहिरे ने हत्याकांड का खुलासा किया है. रिशु के पड़ोसी दो युवकों ने वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है.
एसपी ने बताया कि रिशु के पड़ोस में रहने वाले शुभम सोनी और विशाल ताम्रकार ने वारदात को अंजाम दिया था. दोनों को अपने व्यवसाय के लिए पैसों की जरूरत थी. दोनों ने टीवी शो सीआईडी और क्राइम पेट्रोल देखकर बच्चे के अपरहण की योजना बनाई. इसके लिए पहले तो उन्होंने खाने का लालच देकर मृतक रिशु को पुल के पास बुलाया और फिर उसे जंगल की ओर ले गया, लेकिन जब रिशु को छिपाने के लिए उन्हें कोई जगह नहीं मिली तो उनके लिए रिशु को ज्यादा देर तक सम्भाल पाना मुश्किल हो गया. इससे परेशान होकर उन्होंने उसके सर पर वार कर हत्या कर दी और बाइक से पेट्रोल निकालकर उसके शव को जला दिया और अपने घर लौट आए.
आरोपियों ने फिरौती की रकम मांगने के लिए भी योजना बनाई. इसके लिए पहले तो उन्होंने एक राहगीर का मोबाइल फोन लूटा, फिर उस फोन का उपयोग कर वह रिशु के परिजनों से फिरौती की रकम मांगा. दूसरी ओर पुलिस मामला दर्ज कर सभी पहलुओं पर जांच कर रही थी. उनके लिए चुनौती बढ़ती जा रही थी. जिस तरह से शातिर अंदाज से इस घटना को अंजाम दिया था, पुलिस ने बड़ी मेहनत करके सफलतापूर्वक ढंग से पुख्ता सुराग जुटाई. इसके बाद जब पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल किया. बहरहाल पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध कर दोनों युवकों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
हत्यारों को फांसी देने और आरोपियों के घर को तोड़ने की मांग, सड़क पर बैठे नगरवासी
रिशु के परिजनों ने हत्यारों के घर को तोड़ने और फांसी देने की मांग को लकेर प्रतापपुर अंबिकापुर मुख्य मार्ग पर धरने पर बैठे हैं. नगरवासी और जनप्रतिनिधि भी इसका समर्थन करते हुए परिवार वालों के साथ सड़क पर बैठे हैं. लगातर सभी एक साथ हत्यारों को फांसी देने और उनके घर को तोड़ने की मांग पर अड़े हुए हैं. सड़क पर धरने पर बैठने के चलते प्रतापपुर अंबिकापुर मुख्य मार्ग पर आवागम बाधित हो गया है. परिजनों का कहना है कि जब तक हत्यारों को फांसी और उनके घर को तोड़ा नहीं जाता तब तक हम सड़क से नहीं उठेंगे. वहीं मामले को देखते हुए काफी संख्या में पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद हैं.
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