आशुतोष तिवारी,जगदलपुर। शहर के लौंडिगुड़ा में अपहरण हुए दुधमुंहे बच्चे को बरामद करने में पुलिस ने सफलता तो हासिल की, लेकिन इसमें एक नया मोड़ आ गया है. जिस अपहरणकर्ता महिला के पास से बच्ची को बरामद किया गया है उसका कहना है कि वो उसी का बच्चा है, जबकि जहां से बच्चा गायब हुआ था उनका भी कहना है कि ये बच्चा उन्हीं का है. अब पुलिस भी उलझन में है. बच्चे का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा.
दरअसल 10 मई को 4 महीने के दुधमुंहे बच्चे का अपहरण लौंडिगुड़ा इलाके से हुआ था. कई दिन बीत जाने के बाद भी बच्चे का कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा. जिसके बाद संदिग्ध अपहरणकर्ता का स्कैच तैयार कर सभी थानों में भेजा गया था. पुलिस के लगातार ढूंढने के 4 दिन बाद बच्चे को शहर के नया बस स्टैण्ड से बरामद किया गया.
कलेजे के टुकड़े को पाकर रोने लगी मां
बच्चे की पहचान करवाने के लिए उसे सखी सेंटर में रखवाया गया था और गुम हुए बच्चे की माँ को बुलाकर बच्चे की पहचान कराई गई. अपने कलेजे के टुकड़े को पाकर उसे गले गलाकर रोने लगी और बोली ये मेरा ही बच्चा है. इसके अलावा परिवार ने भी बच्चे की पहचान की और बच्चा उन्ही का होना बताया.
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अपहरणकर्ता ने कहा मेरा है बच्चा
अब जिस महिला के पास से बच्चे को बरामद किया गया था उसका भी कहना है कि ये बच्चा मेरा है मैने इसको जन्म दिया है. अगर मेरे बच्चे को कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदारी पुलिस की होगी और मैं पुलिस पर एफआईआर कर प्रशासन से कार्यवाही की मांग करूँगी.
बच्चे का होगा डीएनए टेस्ट
जगदलपुर एएसपी संजय महादेव का कहना है कि हम बच्चे का डीएनए चेक करवाएंगे उसके बाद ये साफ हो जाएगा कि बच्चा किसका है. जांच के बाद सही पाए गए अपराधी पर 373 आईपीसी के तहत जेल भेजा जाएगा. इधर पुलिस डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया शुरु कर दी है.