रामकुमार यादव, अंबिकापुर। अंबिकापुर के दो युवकों के अपहरण की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को मध्यप्रदेश के सागर से गिरफ्तार किया है. लेकिन जो कहानी सामने आई है वह किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है, जिसमें आरोपियों से दुल्हन दिलाने के नाम पर पैसे लिए गए थे. लड़कियां भी दिखाई गई. लेकिन शादी के लिए ट्रेन से रवाना होने से पहले लड़कियां भाग गईं. इसके बाद दिए गए पैसों की वापसी के लिए सारा खेल हुआ. यह भी पढ़ें : संकटमोचन की शरण में उम्मीदवार: महापौर पद की दावेदारी को लेकर महिला नेत्री ने मंदिर में लगाई अर्जी

एडिशनल एसपी अमोलक सिंह ढिल्लो ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि इन्दर साय मरावी ने 20 जनवरी 2025 को एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि घर से अपने दोस्त काबिल अंसारी के साथ निकला उनका उनका लड़का दिनेश मरावी वापस नहीं लौटा है. इस पर थाना दरिमा में मामला पंजीबद्ध किया गया था.

विवेचना के दौरान यह बात सामने आई कि दिनेश मरावी ने अपनी पत्नी फोन कक हचाआ कि कुछ लोग उसे और उसके दोस्त काबिल अंसारी को ट्रेन में जबरदस्ती बिठाकर ले जा रहे हैं. इसके बाद इंदर साय मरावी ने आरोपियों की डिमांड पर फोनपे के जरिए 25,000 रुपए दिया था. इसके बाद आरोपियों का लोकेशन चेक करने पर सागर, मध्यप्रदेश पाया गया.

आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने तत्काल टीम को सागर रवाना किया, जहां से छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इनमें दमोह निवासी शाहिद खान, राशिद खान व रामनरेश तिवारी और सागर निवासी सोनू राय, राहुल जैन व मुकेश दुबे शामिल हैं.

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि काबिल अंसारी ने परिचित के जरिए शादी के लिए वधू दिलाने की बात हुई थी, जिस पर आरोपियों की ओर से नगद और फोनपे के जरिए एक लाख 25 हजार रुपए दिया था. आरोपी अंबिकापुर पहुंचे और लड़की भी देखी. शादी की सहमति भी बनी, लेकिन रवाना होते समय लड़कियां स्टेशन से फरार हो गईं.

पूरा वाकया समझ आते ही आरोपियों ने दिनेश मरावी और काबिल अंसारी से पैसों की मांग करते हुए मारपीट करते हुए जबरदस्ती ट्रेन में अपहरण कर ले गए. आरोपियों को सागर से गिरफ्तार करने के बाद पुलिस इन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज रही है.