अमृतसर. किरती किसान यूनियन Kirti Kisan Union ने अटारी-वाघा सीमा पर एक रैली कर भारत-पाक व्यापार को अटारी-वाघा और हुसैनीवाला रास्तों के माध्यम से खोलने के लिए आवाज बुलंद की।
रैली में मांग की गई कि किसानों को अपनी उपज सहित अन्य वर्गों को वीजा शर्तें खत्म कर पासपोर्ट पर सीधा व्यापार करने की इजाजत दी जाए।
केंद्र सरकार द्वारा बासमती के निर्यात पर 1200 डालन प्रति टन की लगाई शर्त को किसान विरोधी करार देते इसको तुरंत वापस लेने की मांग की गई।
यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष निर्भय सिंह ढुडीके और प्रदेश महासचिव राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला ने कहा कि देश के हुक्मरानों को भारत और पाकिस्तान के बीच दोस्ताना संबंध बनाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। इस रिश्ते को बनाने में भारत-पाकिस्तान व्यापार एक अहम कड़ी है। रैली को ट्रक यूनियन अटारी के प्रधान हरिंदरपाल सिंह संधू, अमृतसर फ्रू ट एंड वैजीटेबल एसोसिएशन के अध्यक्ष करनजीत सिंह बत्तरा, संयुक्त किसान भलाई संगठन अजनाला के अध्यक्ष मंजीत सिंह बाठ व अन्य ने संबोधित किया। आखिरकार रैली के दौरान संगठन ने इस मुद्दे को लेकर 20 सितम्बर को हुसैनीवाला और राज्य के जालंधर, नवांशहर, होशियारपुर, लुधियाना, संगरूर और पटियाला जिलों में सम्मेलन आयोजित करने की घोषणा की।