नई दिल्ली। राज्यसभा में आज विपक्षी सांसदों के हंगामे का मुद्दा उठा. सभापति  एम. वेंकैया नायडू ने कल की घटना पर कहा कि ये राज्यसभा के लिए सबसे खराब दिन था. कुछ सांसदों ने पेपर को फेंका. माइक को तोड़ दिया. रूल बुक को फेंका गया. इस घटना से मैं बेहद दुखी हूं. उपसभापति को धमकी दी गई. उन पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई.

सभापति एम. वेंकैया नायडू ने हंगामा करने वाले विपक्षी दलों के 8 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. निलंबित होने वाले सांसदों में डेरेक ओ ब्रायन, संजय सिंह, रिपुन बोरा, नजीर हुसैन, केके रागेश, ए करीम, राजीव साटव, डोला सेन हैं.

सभापति की कार्रवाई के बाद भी निलंबित होने वाले सांसद सदन में मौजूद रहे. कार्रवाई से नाराज सांसद सदन में जोरदार हंगामा किया. भारी हंगामे के चलते उपसभापति ने सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया. उपसभापति ने कहा कि सांसदों को नियम 256 के तहत निलंबित किया गया है. निलंबित सांसदों के सदन से बाहर जाने के बाद ही कार्यवाही जारी रहेगी.

उपसभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज

राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने उपसभापति हरिवंश के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को सोमवार को खारिज कर दिया और कहा कि प्रस्ताव उचित प्रारूप में नहीं था. उन्होंने सदन में इसकी घोषणा की. विपक्ष ने एक दिन पहले कृषि से संबंधित दो विधेयकों पर विपक्ष के संशोधनों पर मतविभाजन की मांग ”स्वीकार नहीं किए जाने को लेकर उपसभापति के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया था. सभापति ने कहा कि सदन की कार्यवाही के रिकार्ड के अनुसार उपसभापति ने सदस्यों को अपने स्थानों पर जाने और सदन में हंगामा नहीं करने तथा अपने संशोधन पेश करने के लिए बार बार कहा था.